अमेरिकी नागरिकों को धोखा देने के मामला, जयपुर से एक व्यक्ति को ED ने किया गिरफ्तार
एक बयान में कहा गया है कि खान कुछ फर्जी कॉल सेंटरों के सह-षड्यंत्रकारियों में से एक था, जो सस्ती ब्याज दरों पर दिए जाने वाले ऋण की आड़ में अमेरिकी नागरिकों को धोखा देते थे। ईडी इस मामले में पहले शाहनवाज अहमद जिलानी, विपिन कुमार शर्मा और विराज सिंह कुंतल को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच एजेंसी ने कहा कि वे न्यायिक हिरासत में हैं और उनके खिलाफ अगस्त 2023 में पीएमएलए के तहत आरोप पत्र दायर किया गया था।
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने जयपुर हवाई अड्डे से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो भारत से संचालित फर्जी ऋण देने वाले कॉल सेंटरों के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों को कथित रूप से ठगने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वांछित था। रफीक खान को इस सप्ताह धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में लिया गया था। संघीय एजेंसी ने कहा कि फरार व्यक्ति को जयपुर हवाई अड्डे पर उस समय रोका गया जब वह संयुक्त अरब अमीरात में शारजाह भागने की कोशिश कर रहा था।
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एक बयान में कहा गया है कि खान कुछ फर्जी कॉल सेंटरों के सह-षड्यंत्रकारियों में से एक था, जो सस्ती ब्याज दरों पर दिए जाने वाले ऋण की आड़ में अमेरिकी नागरिकों को धोखा देते थे। ईडी इस मामले में पहले शाहनवाज अहमद जिलानी, विपिन कुमार शर्मा और विराज सिंह कुंतल को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच एजेंसी ने कहा कि वे न्यायिक हिरासत में हैं और उनके खिलाफ अगस्त 2023 में पीएमएलए के तहत आरोप पत्र दायर किया गया था।
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प्रवर्तन निदेशालय का मामला राजस्थान पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) की विभिन्न एफआईआर से उपजा है।आरोपियों द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में वर्चुअल कॉल सेंटर और बैंक खाते खोलकर विदेशी नागरिकों को धोखा देने की एक सुनियोजित साजिश थी, जो जयपुर, मोहाली, मथुरा और भारत के कुछ अन्य हिस्सों से संचालित की जा रही थी। एजेंसी ने आरोप लगाया कि अपराध से प्राप्त आय आरोपी व्यक्तियों और उनके द्वारा पंजीकृत फर्जी कंपनियों के नाम पर खोले गए विभिन्न भारतीय और विदेशी बैंक खातों के माध्यम से भेजी गई थी।
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