CAA नागरिकता देने का कानून, नागरिकता छीनने का नहीं: शिवराज सिंह चौहान
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किया कि क्या संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति केन्द्र के कानून को लागू करने से इंकार कर सकता है? देश में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भय व भ्रम का माहौल पैदा कर रहे हैं।
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए सोमवार को यहां कहा कि विपक्ष वोट बैंक की राजनीति व तुष्टिकरण के कारण देश में आग लगाना चाहती है। भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में प्रबुद्धजन सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए चौहान ने कहा, ‘‘देश के विपक्षी दल सीधा-सीधा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं इसलिए देश में भ्रम का माहौल पैदा कर रहे हैं। जबकि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश के पीड़ित अल्पसंख्यकों के लिये प्रधानमंत्री मोदी भगवान बनकर आये हैं।’’उन्होंने कहा कि शायद इन विपक्षी नेताओं को मासूम शरणार्थियों की बहन-बेटियों की चित्कार से कोई फर्क नहीं पड़ता।
नागरिकता कानून पर हम सब प्रबुद्ध जन सम्मेलन करेंगे। घर-घर संपर्क करेंगे। लोगों को जागरूक करेंगे और विपक्ष के षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे: श्री @ChouhanShivraj #IndiaSupportsCAA pic.twitter.com/R6emIhuEGj
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 23, 2019
चौहान ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी देश में कम टिकते हैं और विदेश में ज्यादा रहते है। ‘‘वहीं सोनिया गाँधी विधेयक पेश होने के समय तो सदन में एक शब्द नहीं बोलीं, परन्तु कानून बनने के बाद अपना वीडियो जारी कर आग में घी ड़ालने का काम कर रही हैं।’’ मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान देश का ऐसा राज्य है जहाँ मुख्यमंत्री स्वयं ‘‘शांति मार्च’’ के लिये नेट बंद, मैट्रो बंद, बस बंद व बाजार बंद कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा, ‘‘संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) नागरिकता देने का कानून है ना की लेने का।’’
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भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किया कि क्या संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति केन्द्र के कानून को लागू करने से इंकार कर सकता है? देश में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भय व भ्रम का माहौल पैदा कर रहे हैं। गहलोत का ‘‘शांति मार्च’’ भी राजस्थान में अशांति फैलाने का प्रयास था। परन्तु राजस्थान की जनता कांग्रेस के झांसे में नहीं आयेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दल सीएए और एनआरसी को लेकर भ्रम फैला रहे हैं, देश का माहौल खराब कर रहे हैं। जबकि एनआरसी केवल असम में लाउगू किया गया, वह भी उच्चतम न्यायालय के आदेश पर। अभी तक देशभर में एनआरसी लागू करने का नातो कोई कानून बना है और नाहीं इससे जुड़ा कोई विधेयक संसद में आया है। उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर जो भय और भ्रम का वातावरण पूरे देश में कांग्रेस ने फैलाया है उसे दूर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी जनजागरण अभियान चलायेगी।
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