भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कांग्रेस मध्य प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही

BJP state president
दिनेश शुक्ल । Nov 1 2020 10:34PM

चुनाव आयोग के आदेश को न मानकर बाबा साहब के बनाये हुए संविधान की खिल्ली उड़ाने का काम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता 3 नवम्बर को दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को करारा जवाब देगी।

ग्वालियर। यह चुनाव विकास का और मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाने का चुनाव है। एक तरफ कमलनाथ और दिग्विजय सिंह हैं जिन्होंने 15 महीने प्रदेश की दुर्दशा की और दूसरी तरफ गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को चालू करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। यह चुनाव विकास और विनाश के बीच का चुनाव है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने ग्वालियर में पत्रकार वार्ता में कही।

इसे भी पढ़ें: सिंधिया जी शेर हैं, शेरनी के पोते हैं- सुश्री उमा भारती

आपातकाल के मुख्य रणनीतिकार थे कमलनाथ

शर्मा ने कहा कि कमलनाथ जी आज चुनाव आयोग की कार्यवाही को लेकर लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं उन कमलनाथ जी को याद रखना चाहिए कि आवाज को दबाने और लेखनी को बंद करने का इतिहास कांग्रेस का रहा है। उन्होंने कहा कि अपने खिलाफ उठी आवाज को दबाने के लिए इंदिरा गांधी ने देश पर इमरजेंसी थोपी और इस इमरजेंसी के लिए जो मंडली काम कर रही थी उसके मुख्य रणनीतिकार कमलनाथ थे। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी झूठ बोलकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी 84 के दंगे और आपके मंत्री रहते कॉमर्स मिनिस्ट्री में जो कुछ हुआ उसका उल्लेख हम नहीं करना चाहते। 

इसे भी पढ़ें: प्रदेश की जनता के असली गद्दार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह: ज्योतिरादित्य सिंधिया

चुनाव आयोग को दरकिनार कर संविधान का मख़ौल उड़ा रहे कमलनाथ 

शर्मा ने कहा कि कांग्रेस अपने भाषणों में दलित और पिछड़ों की बात करती है लेकिन हक़ीक़त में कांग्रेस के नेता दलित, पिछड़ों और गरीब जनता का अपमान कर रहे हैं। दुर्भाग्य है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके मंत्रीमंडल की सदस्य रही, दलित महिला श्रीमती इमरती देवी का अपमान किया। केंद्रीय चुनाव आयोग, अनुसूचित जाति आयोग तक ने फटकार लगाई। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी तक ने कहा कि यह नारीशक्ति का अपमान है, इस पर कमलनाथ जी को माफी मांगनी चाहिए। लेकिन इन सबके बावजूद दंभ और अहंकार से भरे कमलनाथ का यह कहना कि वे माफी नहीं मांगेंगे। चुनाव आयोग के आदेश को न मानकर बाबा साहब के बनाये हुए संविधान की खिल्ली उड़ाने का काम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता 3 नवम्बर को दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को करारा जवाब देगी। 

इसे भी पढ़ें: एमपी उप चुनाव प्रचार में आखिरी दिन केन्द्रीय मंत्री तोमर ने फिल्मी कलाकारों के साथ किया रोड शो

क्या कमलनाथ आतंकवाद का समर्थन करने वालो के साथ खड़े हैं

शर्मा ने कहा कि आतंकवाद के समर्थन के लिए कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद ने भोपाल में प्रदर्शन कर प्रदेश के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ने का प्रयास किया। कमलनाथ जी बताएं क्या आप आतंकवाद का समर्थन करने वाले विधायक के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में जो भी आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होता है उसके खिलाफ कांग्रेस क्यों खड़ी होती है। श्री शर्मा ने कहा कि वर्ग विशेष को अपना वोट बैंक मानने वाली कांग्रेस किस तरह वोटों को धु्रवीकरण हो और वातावरण बिगड़े इस कोशिश में लगी हुई थी, लेकिन शासन-प्रशासन ने उनके मंसूबे पूरे नहीं होने दिए।

इसे भी पढ़ें: माताओं, बहनों, बेटियों ने फूल बिछाए हैं, उनके रास्ते में कांटे कभी नहीं रहने दूंगाः शिवराज सिंह चौहान

भाजपा को मिलेगी जनता के आशीर्वाद से ऐतिहासिक जीत

शर्मा ने कहा कि इस चुनाव में एक तरफ झूठ वचन और वादे करने वाली कांग्रेस है तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसा संवेदनशील नेतृत्व जिन्होंने लगातार 15 वर्षों तक मध्यप्रदेश का विकास किया। उन्होंने कहा कि जब 15 महीने तक मुख्यमंत्री कमलनाथ रहे तब उन्होंने पैसा न होने का हवाला देकर विकास कार्यों को रोका लेकिन वहीं दूसरी ओर आइफा अवार्ड के नाम पर करोड़ों रूपए फूकने का काम किया। उन्होंने कहा कि बीते 6 माह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के खातों में 22 हजार करोड़ रूपए पहुंचाकर एक इतिहास बनाया है। कमलनाथ सरकार ने गरीबों की जो योजनाएं बंद की थीं, उन योजनाओं को पुनः शुरू करने का काम शिवराज जी ने किया। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में भारतीय जनता पार्टी को जनता का अपार समर्थन मिला है। 28 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी जनता के आशीर्वाद से ऐतिहासिक जीत हासिल करेगी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़