भाजयुमो नेता ने ममता का सिर लाने वाले को इनाम की घोषणा की

[email protected] । Apr 12 2017 3:22PM

भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई के एक नेता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सिर लाने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा करके विवाद उत्पन्न कर दिया है।

अलीगढ़। पश्चिम बंगाल में हनुमान जयंती के मौके पर जय श्रीराम के नारे लगाने वाले जुलूस को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्च के बाद भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई के एक नेता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सिर लाने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा करके विवाद उत्पन्न कर दिया है। धमकी भरी यह घोषणा भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) नेता योगेश वाषर्णेय ने की।

उन्होंने कहा, ‘‘ममता सरकार लोगों को पीट रही है। जिस किसी ने लाल शर्ट या लाल पैंट पहन रखी थी, पुलिस ने उसकी निर्दयता से उसकी पिटाई की। मुझे समझ नहीं आ रहा..ममता बनर्जी इफ्तार पार्टी अयोजित करती हैं और मुसलमानों के लिये तर्क देती हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या हिंदू मानव नहीं हैं.?’’ वाषर्णेय ने जुलूस पर पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘यदि उनमें थोड़ी भी मानवता बची होती तो वे इस प्रकार से पिटाई नहीं करते। यदि कोई उनका कटा सिर मेरे पास लाता है, तो मैं उस व्यक्ति को 11 लाख रुपये दूंगा।’’

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में बीरभूम जिले के सूरी में पुलिस ने मंगलवार को उस जुलूस में शामिल लोगों को तितर-बितर करने के लिये लाठीचार्ज किया था जो जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। पुलिस ने लोहे का एक बैरियर लगाया था, लेकिन जुलूस में शामिल लोगों उसे तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसके अलावा सूरी के बाहरी इलाके में सोमवार को हनुमान जयंती पर संगठन के तत्वावधान में निकाले गए जुलूस में हजारों लोगों ने पुलिस की रोक के बावजूद शामिल होने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने रविवार को ही वीर हनुमान जयंती के आयोजकों को बता दिया था कि वह मंगलवार को किसी प्रकार के जुलूस अथवा सभा की इजाजत नहीं देगी। इसके बाद आयोजकों ने पुलिस से यह कहते हुए जुलूस की इजाजत देने के लिए कहा कि वे उसमें हथियार लेकर शामिल नहीं होंगे। यद्यपि पुलिस ने इसके बाद भी जुलूस की अनुमति नहीं दी।

भाजपा के पश्चिम बंगाल महासचिव एस. बसु ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया, ‘‘जिला प्रशासन ने पहले जुलूस की अनुमति दे दी थी, लेकिन बाद में उसने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के आदेश पर अनुमति वापस ले ली।’’

We're now on WhatsApp. Click to join.

Tags

    All the updates here:

    अन्य न्यूज़