भाजपा का आरोप, केजरीवाल अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के कल्याण के प्रति उदासीन
फिलहाल सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। गुप्ता ने संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि केजरीवाल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुई 21 जनसुविधा बैठकों में केवल एक में हिस्सा लिया , जो अपने निर्वाचन क्षेत्र के प्रति उनकी ‘उदासीनता’ को दर्शाता है।
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उन्होंने कहा कि एनडीएमसी क्षेत्र में केंद्र संचालित अस्पतालों में जलापूर्ति घट गयी है, ‘‘पहले दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) इन अस्पतालों को 124 एमएलडी (लाख लीटर प्रति दिन) पानी देता था, जो अब घटकर 75 एमएलडी रह गया है। बुधवार को एनडीएमसी की बैठक में परिषद सदस्य और प्रदेश भाजपा महासचिव कुलजीत चहल ने परिषद में केजरीवाल की सीट को, बिना अनुमति के लगातार चार बैठकों से गैर हाजिर रहने का हवाला देते हुए ‘‘खाली’’ घोषित करने का एक प्रस्ताव पेश किया था। परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव पेश किया गया था।
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केजरीवाल नयी दिल्ली के विधायक होने के नाते एनडीएमसी के सदस्य हैं। इस प्रस्ताव में दिसंबर, 2021 से मार्च, 2022 तक परिषद की बैठकों में उनकी अनुपस्थिति का हवाला दिया गया है। उसमें कहा गया है, ‘‘ परिषद केंद्र सरकार से सिफारिश कर सकती है कि बतौर सदस्य अरविंद केजरीवाल की सीट खाली घोषित की जाए। यह भी संस्तुति की गयी है कि एनडीएमसी कानून, 1994 के प्रावधानों के तहत जरूरी कार्रवाई की जाए। ’’ चहल ने कहा कि परिषद की अगली बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होगी।
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