झारखंड को लेकर सियासत तेज, कांग्रेस विधायक के आरोपों को हिमंत के मंत्री ने बताया फर्जी, बोले- CM से नियमित रूप से मिलते रहे जयमंगल

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असम के मंत्री पी हजारिका ने फर्जी करार दिया है। उन्होंने कहा कि कुमार जयमंगल ने फर्जी आरोप लगाया कि 3 गिरफ्तार विधायकों ने उन्हें असम के मुख्यमंत्री से मिलने का लालच दिया। एफआईआर करने से पहले मुख्यमंत्री उन्हें ट्रेड यूनियन से संबंधित मामले में मदद करने के लिए 26 जुलाई को केंद्रीय मंत्री के आवास पर ले गए।

नयी दिल्ली। झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों के भारी मात्रा में कैश के साथ हावड़ा में पकड़ा जाने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई। कांग्रेस आलाकमान ने तत्काल प्रभाव से तीनों विधायकों को निलंबित कर दिया। फिलहाल तीनों विधायकों से सीआईडी पूछताछ कर रही है। जिसमें कई चौंका देने वाले खुलासे हुए हैं। इसी बीच असम की हिमंत बिस्वा सरमा सरमा सरकार में मंत्री पी. हजारिका का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कांग्रेस विधायक के आरोप को फर्जी बताया है।

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दरअसल, बेरमो निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने आरोप लगाया था कि तीनों विधायकों ने उन्हें गुवाहाटी ले जाने और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से मिलने के लिए कोलकाता बुलाया था। उन्होंने कहा था कि हिमंत बिस्वा सरमा ने कथित तौर पर नई सरकार में प्रति विधायक 10 करोड़ रुपए के अलावा एक निश्चित मंत्री पद का आश्वासन दिया, जो वर्तमान झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस सरकार को गिराने के बाद बन सकती है।

कांग्रेस विधायक के इस आरोप को असम के मंत्री ने फर्जी करार दिया है। उन्होंने कहा कि कुमार जयमंगल ने फर्जी आरोप लगाया कि 3 गिरफ्तार विधायकों ने उन्हें असम के मुख्यमंत्री से मिलने का लालच दिया। एफआईआर करने से पहले मुख्यमंत्री उन्हें ट्रेड यूनियन से संबंधित मामले में मदद करने के लिए 26 जुलाई को केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के आवास पर ले गए। उन्होंने कहा कि कुमार जयमंगल मुख्यमंत्री से नियमित रूप से मिलते रहे हैं। उन्हें मुख्यमंत्री और उन आदिवासी विधायकों के खिलाफ कपटपूर्ण आरोप लगाने के लिए कानून का सामना करना चाहिए।

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इस मामले में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि झारखंड में फर्जी एफआईआर की गई। तथाकथित एफआईआर ऐसी लग रही है जैसे कांग्रेस ओत्तावियो क्वात्रोची को बोफोर्स के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कह रही है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस विधायक ने पी. हजारिका पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर उनके ट्वीट में सत्यता थी तो ट्वीट डिलीट क्यों किया गया ? मैं प्रह्लाद जोशी जी के घर में था और इस बारे में झारखंड के मुख्यमंत्री को पता था। हमने वहां कोयले के मुद्दे पर चर्चा की थी।

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