विवादों में अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय पर है कई गंभीर आरोप
सफाई कर्मचारी के मुताबिक बेवजह कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा रहा है उन पर कार्रवाई कर निकाला जा रहा है जबकि इस कोरोना काल में अपनी जान की बाजी लगा कर के हर घर पहुंच कर सफाई व्यवस्था सैनिटाइजर किया है।
अयोध्या। राम मंदिर ट्रस्ट के साथ जमीन घोटाले के आरोप से नगर निगम अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय सुर्खियों में रहे और अब अयोध्या नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही से नाराज सफाई कर्मचारी मेयर के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान कर दिया है। जिसको लेकर एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
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अयोध्या में इन दिनों नगर निगम के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ सामंजस्य नही बन पा रहा हैं। यही कारण है कि नगर निगम के मेयर होने के वावजूद अधिकारी व कर्मचारी इनसे संतुष्ट नही है। जिसको लेकर पूर्व में मेयर ने सहायक नगर आयुक्त के खिलाफ शासन को पत्र भी भेजा चुके हैं। तो वही अब नगर निगम की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए लगातार किए जा रहे औचिक निरीक्षण में मिल रही कमियों से जब कर्मचारियों पर कार्रवाई शुरू की तो सफाई कर्मचारियों ने भी मेयर के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। और नगर निगम परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाने के साथ मेयर व निगम प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। यही नही कर्मचारियों ने मेयर के साथ रहने वाले अंगरक्षक को दिए जाने वाले वेतन को लेकर भी आरोप लगा गए है।
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सफाई कर्मचारी के मुताबिक बेवजह कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा रहा है उन पर कार्रवाई कर निकाला जा रहा है जबकि इस कोरोना काल में अपनी जान की बाजी लगा कर के हर घर पहुंच कर सफाई व्यवस्था सैनिटाइजर किया है। और आज नगर निगम प्रशासन के द्वारा कर्मचारियों पर उल्टा प्रभाव पड़ा है। इसलिए आप सभी सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरने पर हैं यह कब तक चलता रहेगा जब तक सस्पेंड किए गए कर्मचारियों को बहाल नही किया जाता है। तो वही महापौर ऋषिकेश उपाध्याय के अंगरक्षक के वेतन को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
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