Maharashtra: आषाढ़ी-एकादशी, ईद-अल-अधा आज हर्षोल्लास से मनाई जा रही, ऐसे हैं सुरक्षा के इंतजाम
आषाढ़ी एकादशी के साथ ही इस दिन ईद-अल-अजहा यानी बकरी ईद भी मनाई जा रही है। ईद के मौके पर दुनिया भर में शांति के लिए शहर की कई मस्जिदों में एक साथ नमाज अदा की गई। दशहरा चौक स्थित मुस्लिम बोर्डिंग में मुख्य नमाज सुबह 9 बजे अदा की गई।
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस व्रत की पौराणिक मान्यता भी है, जिसके मुताबिक आषाढ़ी एकादशी से भगवान विष्णु चार महीने के लिए निद्रा में चले जाते है। आषाढ़ी एकादशी का हिंदू धर्म में काफी महत्व है। इस दिन कई अनुष्ठान भी किए जाते है।
वहीं महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के नंदवाल गांव में प्रति-पंढरपुर विठ्ठल मंदिर में आषाढ़ी-एकादशी के मौके पर खास आयोजन होता है जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नाथगोले तालीम क्षेत्र से बुधवार को कलेक्टर राहुल रेखावार की उपस्थिति में पालकी यात्रा (दिंडी) की नगर प्रदक्षिणा शुरू हुई। गुरुवार की सुबह दिंडी मिरजकर टिकटी स्थित विट्ठल मंदिर से पैदल नंदवाल के लिए रवाना हुई।
इस बीच पुइखाडी में रिंगन समारोह के कारण और नंदवाल विट्ठल मंदिर में आने वाले भक्तों की भारी भीड़ के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन ने खास तैयारियां की है। समारोह को देखते हुए जिला प्रशासन ने वाशी फाटा से नदवाल गांव मार्ग को सभी वाहनों के लिए बंद रखेगा। प्रशासन के मुताबिक जैतल फाटा से नंदवाल गांव और भीमा शंकर मंदिर फाटा से नदवाल मार्ग भी बंद रखा जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो। जानकारी के मुताबिक राधानगरी के रास्ते कोंकण जाने और आने वाली सभी एमएसआरटीसी बसें और भारी वाहन कलांबा, इस्पुरली, शेलेवाडी, परिते फाटा, भोगावती मार्ग से होकर जाएंगे।
ईद अल अजहा को लेकर भी तैयारियां
आषाढ़ी एकादशी के साथ ही इस दिन ईद-अल-अजहा यानी बकरी ईद भी मनाई जा रही है। ईद के मौके पर दुनिया भर में शांति के लिए शहर की कई मस्जिदों में एक साथ नमाज अदा की गई। दशहरा चौक स्थित मुस्लिम बोर्डिंग में मुख्य नमाज सुबह 9 बजे अदा की गई।
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