Apple Alert: विपक्ष के आरोपों को सरकार ने बताया निराधार, अश्विनी वैष्णव बोले- कुछ लोगों को केवल आलोचना की आदत

Ashwini vaishnav
ANI
अंकित सिंह । Oct 31 2023 2:53PM

केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार इस मुद्दे को लेकर चिंतित है और वह इसकी तह तक जायेगी। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि देश में कुछ मजबूर आलोचक हैं। ये लोग देश का विकास नहीं देख सकते क्योंकि जब इनका परिवार सत्ता में था तो ये सिर्फ अपने बारे में सोचते थे।

तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, शिव सेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी और कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और शशि थरूर सहित कई विपक्षी नेताओं ने कहा कि उन्हें अपने फोन और ईमेल पर ऐप्पल से संदेश मिले हैं जिसमें चेतावनी दी गई है कि राज्य प्रायोजित हमलावर उनके आईफोन को निशाना बना सकते हैं। इसको लेकर लगातार विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अब सरकार की ओर से अधिकारिक बयान आ गया है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार इस मुद्दे को लेकर चिंतित है और वह इसकी तह तक जायेगी। 

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इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि देश में कुछ मजबूर आलोचक हैं। ये लोग देश का विकास नहीं देख सकते क्योंकि जब इनका परिवार सत्ता में था तो ये सिर्फ अपने बारे में सोचते थे। Apple ने ये एडवाइजरी 150 देशों में जारी की है। उन्होंने कहा कि एप्पल की ओर से भेजे गए मेल से यह समझा जा सकता है कि उनके पास कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, उन्होंने एक अनुमान के आधार पर अलर्ट भेजा है। यह अस्पष्ट है। Apple ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है कि बाध्यकारी आलोचकों के आरोप सच नहीं हैं। ऐसी सलाह 150 देशों में लोगों को भेजी गई है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो लोग देश का विकास नहीं देख सकते, वे विनाशकारी राजनीति कर रहे हैं। 

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब भी इन मजबूर आलोचकों के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं होता है तो वे केवल निगरानी की बात कहते हैं। उन्होंने कुछ साल पहले भी यह कोशिश की थी, हमने उचित जांच की और मामले की निगरानी न्यायपालिका द्वारा भी की गई, लेकिन कुछ भी नतीजा नहीं निकला, जिसमें प्रियंका गांधी भी शामिल थीं, जिन्होंने कहा था कि उनके दो बच्चों के फोन हैक कर लिए गए थे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यह एक झूठ है जिसे कुछ मजबूर आलोचक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।<

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