Lucknow 5 Murder Case में सामने आया धर्म परिवर्तन का एंगल, मां और 4 बहनों की निर्मम हत्या मामले से देश स्तब्ध

Lucknow Murder Case
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रिपोर्टों के मुताबिक यह परिवार आगरा के कुबेरपुर में इस्लाम नगर का रहने वाला है। हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी ने एक वीडियो बनाया जोकि इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में आरोपी ने मृत मां और बहनों को दिखाया।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नये साल के पहले दिन एक दिल दहला देने वाली वारदात हो गयी। लखनऊ के एक होटल में आगरा के रहने वाले एक युवक ने अपने पिता के साथ मिलकर परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी। पांचों मृतक महिलाएं हैं। इनमें एक महिला हत्या के आरोप युवक की मां थी और अन्य चार उसकी बहनें थीं। चार में से दो बहनें नाबालिग थीं जबकि अन्य दो की उम्र 18 और 19 साल थी। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। युवक का पिता फरार बताया जा रहा है। रिपोर्टों के मुताबिक यह परिवार आगरा के कुबेरपुर में इस्लाम नगर का रहने वाला है। हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी ने एक वीडियो बनाया जोकि इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में आरोपी ने मृत मां और बहनों को दिखाया। इस दौरान उसका बाप भी साथ में दिखाई दिया। वीडियो में उसने बस्ती के लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं अगर पुलिस की बात करें तो अधिकारी की ओर से कहा गया है कि मामले की जांच विभिन्न कोणों से की जा रही है।

हम आपको यह भी बता दें कि हत्या के आरोपी अरशद के पिता बदर के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी है। हाल ही में बदर ने अपनी बस्ती के एक दुकानदार व उसके रिश्तदारों पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर बदर ने परिवार समेत हिंदू धर्म अपनाने और मकान में बनी दुकान में श्रीराम मंदिर बनाने की घोषणा की थी। इस मामले में पुलिस अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को डाक के माध्यम से प्रार्थना पत्र भेजा गया था। जिसमें अपनी व परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की थी। सामूहिक हत्याकांड के बाद बदर का प्रार्थना पत्र भी इंटरनेट पर वायरल हो रहा है।

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प्रसारित प्रार्थना पत्र में बदर द्वारा लिखा गया है कि 18 दिसंबर को विपक्षीगणों द्वारा पूरे मोहल्ले को इकट्ठा करके प्रार्थी के मकान पर ईंट, पत्थर फेंककर मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों के खिलाफ 112 पर पुलिस को फोन करने बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न करने से प्रार्थी एवं उसका परिवार दुखी एवं परेशान होकर हिन्दू धर्म को अपनाने एवं अपने मकान में बनी दुकान मे श्रीराम का मंदिर बनाने की घोषणा कर रहा है। बदर ने लिखा है कि वह मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति है। बस्ती के दुकानदार व उसके कई रिश्तेदार मोहल्ले में रहते है। वह लोग बहुत ही झगड़ालू किस्म के लोग हैं। उसने लिखा है कि मौहल्ले में मेरा एक ही परिवार है और उक्त लोग मुझसे एवं मेरे परिवार से रंजिश मानते है। वह अपने मकान में एक छोटी सी परचून की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर गुजर बसर कर रहा है।

  

बदर लिखता है कि 16 दिसंबर की शाम आरोपितों ने अपने रिश्तेदार से ऑटो से दुकान में टक्कर मरवायी। जिससे मेरी छोटी लड़की नौ वर्ष की आलिया के हाथ में चोट लग गयी थी। जिसकी थाने में शिकायत करने पर पुलिस द्वारा उक्त लोगों से हमारा राजीनामा कराकर कार्यवाही को समाप्त कर दिया, जिसके दो दिन बाद विपक्षी अपने रिश्तेदार को इकट्ठा करके मेरे घर पर आए और ईंट पत्थर बरसाने लगे। मेरी बेटियों के साथ अभद्रता करने लगे। रोकने की कोशिश की तो मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने लगे। बदर ने लिखा है कि मैंने दो बार पुलिस को 112 नम्बर पर फोन किया। पुलिस मौके पर आयी और आरोपितों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की, उल्टा मुझे और मेरे परिवार को फटकार लगाकर चले गए। जिससे मैं और पूरा परिवार काफी परेशान एवं दुखी हो गया है।

उसने लिखा है कि विपक्षियों के आए दिन के लड़ाई-झगड़े से दुखी होकर मैं एवं मेरा परिवार हिंदू धर्म अपनाने को मजबूर हैं। हम अपने मुस्लिम धर्म का त्याग करके हिन्दू धर्म को ग्रहण करके अपने मकान में बनी दुकान में श्रीराम का मंदिर बनाने की घोषणा करते हैं। यह कदम हमने खूब सोच समझकर अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा के लिए उठाया है, मैं अपने बच्चो को लेकर घर से बाहर भटक रहा हूं। यदि मुझे व मेरे परिवार को कुछ हो जाता है तो विपक्षी इसके जिम्मेदार होंगे। उसने लिखा है कि मेरी समस्त जायदाद हिंदू मंदिर ट्रस्ट की हो जाएगी। बदर ने विपक्षियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की मांग की थी। इस मामले में यह भी कहा जा रहा है कि आस पड़ोस के लोगों से लड़ाई के बाद भी अरशद धर्म परिर्वतन के पक्ष में नहीं था।

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