Borio Assembly Seat: बोरियो सीट पर हमेशा होता आया है कांटे का मुकाबला, इस बार बदले चुनावी समीकरण
झारखंड में दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। वहीं 23 नवंबर को चुनावी परिणामों की घोषणा की जाएगी। राज्य के साहेबगंज जिले में पड़ने वाली बोरियो विधानसभा सीट पर भी 20 नवंबर को मतदान होने हैं।
झारखंड विधानसभा चुनावों का बिगुल बजने के बाद सभी सियासी दल चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। राज्य की 81 विधानसभा सीटों पर 2 चरणों में मतदान होना है। जिनमें से पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को संपन्न हो चुका है। तो वहीं दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। वहीं 23 नवंबर को चुनावी परिणामों की घोषणा की जाएगी। राज्य के साहेबगंज जिले में पड़ने वाली बोरियो विधानसभा सीट पर भी 20 नवंबर को मतदान होने हैं।
बोरियो सीट का चुनावी इतिहास
बता दें कि बोरियो विधानसभा सीट पर किसी एक पार्टी का वर्चस्व नहीं रहा है। साल 2000 के चुनाव में यह सीट झामुमो नेता लोबिन हेम्ब्रम ने जीती थी। तो वहीं साल 2005 में इस सीट पर भाजपा नेता ताला मरांडी ने जीत हासिल की थी। वहीं साल 2009 के विधानसभा चुनाव के दौरान लोबिन हेम्ब्रज ने हार का बदला लेते हुए ताला मरांडी को शिकस्त दी थी। 2014 ने भाजपा के टिकट पर ताला मरांडी ने फिर लोबिन ने हराया था। लेकिन साल 2019 में एक बार फिर बाजी पलटी और मरांडी को हेम्ब्रज के सामने शिकस्त खानी पड़ी।
इसे भी पढ़ें: Bokaro Assembly Seat: बोकारो सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने को तैयार बिरंची नारायण, समझिए समीकरण
समझिए क्या हैं समीकरण
साल 2024 के झारखंड विधानसभा चुनावों से ठीक पहले JMM नेता और मौजूदा विधायक लोबिन हेम्ब्रज ने भाजपा का दामन थाम लिया है। वहीं पार्टी ने उसको इसी सीट से टिकट भी दिया है। ऐसे में बोरियो विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। राज्य में इस समय महागठबंधन की सरकार है और सीएम सोरेन लगातार सत्ता में बने रहने का दावा कर रहे हैं। तो वहीं भाजपा का दावा है कि राज्य की जनता सोरेन सरकार से त्रस्त है और उसको सत्ता से बेदखल करना चाहती है। ऐसे में अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि इस सीट पर बने समीकरण क्या नया रुख लेते हैं।
अन्य न्यूज़