हिमाचल में 17 फरवरी से खुल जाएंगे सभी स्कूल: गोविंद ठाकुर
गोविंद ठाकुर ने कहा कि शिक्षा के विकास में समाज का योगदान महत्वपूर्ण है। इस दृष्टि से स्कूल प्रबंधन समितियों को मजबूत बनाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने आह्वान किया कि शिक्षक और अभिभावक मिलकर बच्चों के लिए शिक्षा और सहज विकास का अच्छा वातावरण बनाने के लिए प्रयास करें। यह तय बनाएं कि हमारे बच्चे पढ़ लिख कर वैश्विक मानव बनें। उन्हें हर वो ज्ञान मिले जो उनके विकास के लिए जरूरी है ताकि वे अपनी योग्यता के आधार पर दुनिया में सबसे आगे चलें।
मंडी । शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में 17 फरवरी से छोटी-बड़ी सभी कक्षाओं के स्कूल खुल जाएंगे। सोमवार को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। बता दें प्रदेश में 9वीं से 12 कक्षा के बच्चों के लिए एक सप्ताह पहले ही स्कूल खोले जा चुके हैं।
शिक्षा मंत्री मंगलवार को मंडी में आयोजित जिला स्तरीय उत्कृष्ट पाठशाला प्रबंधन समिति सम्मान समारोह में बोल रहे थे। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट मंडी द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के तहत विपाशा सदन भ्यूली में आयोजित इस समारोह में शिक्षा मंत्री ने जिले की श्रेष्ठ स्कूल प्रबंधन समितियों को सम्मानित किया।
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गोविंद ठाकुर ने कहा कि शिक्षा के विकास में समाज का योगदान महत्वपूर्ण है। इस दृष्टि से स्कूल प्रबंधन समितियों को मजबूत बनाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने आह्वान किया कि शिक्षक और अभिभावक मिलकर बच्चों के लिए शिक्षा और सहज विकास का अच्छा वातावरण बनाने के लिए प्रयास करें। यह तय बनाएं कि हमारे बच्चे पढ़ लिख कर वैश्विक मानव बनें। उन्हें हर वो ज्ञान मिले जो उनके विकास के लिए जरूरी है ताकि वे अपनी योग्यता के आधार पर दुनिया में सबसे आगे चलें। गोविंद ठाकुर ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों को तेजस्वी और ऊर्जावान मन मस्तिष्क का मालिक बनाने पर जोर दिया गया है। इसके लिए यह आवश्यक है कि शिक्षक और अभिभावक उनके सामने अच्छे आचरण से आदर्श प्रस्तुत करें।
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शिक्षा मंत्री ने कोरोना काल में हिमाचल के शिक्षकों के शानदार काम की सराहना की। उन्होंने कहा कि संकट काल में शिक्षकों ने जहां हर घर पाठशाला के जरिए बच्चों की शिक्षा तय बनाई वहीं जहां इंटरनेट की दिक्कत थी वहां घरों में जाकर भी बच्चों को नोट्स दिए। ऑनलाईन पढ़ाई का सारा कंटेंट खुद तैयार किया और यह तय बनाया कि स्कूल बंद रहने पर भी बच्चों की पढ़ाई को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने बेहतर काम के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट मंडी की भी पीठ थपथपाई।
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जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट मंडी के प्रिंसिपल बलवीर भारद्वाज ने समारोह के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधन समितियों को बेहतर काम के लिए सम्मानित करने के साथ साथ इस समारोह का मकसद समिति सदस्यों को एक दूसरे की अच्छी पहलों से अवगत कराना तथा अनुभवों से सीख लेकर अपने यहां और बेहतर सुधार के लिए काम करने को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन समितियों के सुदृढ़ होने से स्कूलों का विकास और गुणात्मक शिक्षा तय होती है। इसलिए जिले में स्कूल प्रबंधन समितियों की मजबूती पर बल दिया गया है।
इस अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या पाठशाला जोगिंदर नगर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पैड़ी, राजकीय प्राथमिक पाठशाला घनेतर, राजकीय उच्च विद्यालय बनारड़ी और राजकीय माध्यमिक पाठशाला तवारफी के प्रधानाचार्यों और स्कूल प्रबंधन समिति के प्रधानों ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए अपने स्कूलों में किए बेहतरीन कार्यों और बच्चों के सर्वांगीण विकास को समर्पित पहलों से अवगत कराया।
शिक्षा मंत्री ने जिला स्तरीय उत्कृष्ट पाठशाला प्रबंधन समिति सम्मान समारोह में अव्वल रही स्कूल प्रबंधन समितियों को सम्मानित किया। समारोह में वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला श्रेणी में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगिंदर नगर को प्रथम पुरस्कार के तौर पर 15 हजार रुपये, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पैड़ी को द्वितीय पुरस्कार में 10 हजार और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भराड़ी को तृतीय पुरस्कार में 5 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से नवाजा गया।
उच्च विद्यालय श्रेणी में में राजकीय उच्च पाठशाला बनारड़ी को प्रथम पुरस्कार के तौर पर 15 हजार रुपये, राजकीय उच्च पाठशाला कठलग को द्वितीय पुरस्कार में 10 हजार और राजकीय उच्च पाठशाला सगनेड़ को तृतीय पुरस्कार में 5 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से नवाजा गया। माध्यमिक विद्यालय श्रेणी में में राजकीय माध्यमिक पाठशाला तवारफी को प्रथम पुरस्कार के तौर पर 15 हजार रुपये, राजकीय माध्यमिक पाठशाला लदवां को द्वितीय पुरस्कार में 10 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से नवाजा गया।
प्राथमिक विद्यालय श्रेणी में राजकीय प्राथमिक पाठशाला कुकलाह और घनेतर को प्रथम पुरस्कार के तौर पर 15-15 हजार रुपये, राजकीय प्राथमिक पाठशाला चुकू और थामरी को द्वितीय पुरस्कार में 10-10 हजार और राजकीय प्राथमिक पाठशाला नाबाही और करसोग को तृतीय पुरस्कार में 5-5 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित गया।
समारोह में जिला परिषद मंडी के अध्यक्ष पाल वर्मा, नगर निगम के उप महापौर वीरेंद्र भट्ट, पार्षद पुष्प राज कात्यायन, हरदीप राजा, कृष्ण भानु, शिक्षा विभाग के उपनिदेशक उच्च शिक्षा सुदेश कुमार, उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा अमरनाथ राणा, उपनिदेशक निरीक्षण चिरंजी लाल ठाकुर सहित विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य, अध्यक्षापक और स्कूल प्रबंधन समितियों के प्रधान व सदस्य उपस्थित रहे।
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