Bangladesh में हिन्दुओं पर अत्याचार पर अखिलेश का पोस्ट, कहा- इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सख़्ती से उठाए भारत सरकार
अखिलेश ने अपने पोस्ट में लिखा कि कोई भी समुदाय चाहे वह बांग्लादेश का अलग नज़रियेवाला बहुसंख्यक हो या हिंदू, सिख, बौद्ध या कोई अन्य धर्म-पंथ-मान्यता माननेवाला अल्पसंख्यक, कोई भी हिंसा का शिकार नहीं होना चाहिए।
बांग्लादेश में उठापटक के बीच हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार की खबरें सामने आ रही हैं। यह कही ना कही भारत की चिंता को बढ़ाने वाली है। इन सब के बीच बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर अखिलेश यादव ने एक्स पोस्ट तिया है। अखिलेश ने अपने पोस्ट में लिखा कि कोई भी समुदाय चाहे वह बांग्लादेश का अलग नज़रियेवाला बहुसंख्यक हो या हिंदू, सिख, बौद्ध या कोई अन्य धर्म-पंथ-मान्यता माननेवाला अल्पसंख्यक, कोई भी हिंसा का शिकार नहीं होना चाहिए।
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सपा प्रमुख ने आगे कहा कि भारत सरकार द्वारा इस मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकार की रक्षा के रूप में सख़्ती से उठाया जाना चाहिए। ये हमारी प्रतिरक्षा और आंतरिक सुरक्षा का भी अति संवेदनशील विषय है। वहीं, कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस एक ‘‘धर्मनिरपेक्ष’’ नेता हैं और वह सुनिश्चित करेंगे कि उनके देश में विभिन्न समुदायों के बीच कोई टकराव नहीं हो।
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पवार ने पुणे में पत्रकारों से कहा, ‘‘मेरी जानकारी के अनुसार, वह (यूनुस) धर्मनिरपेक्ष हैं और वह विभिन्न समुदायों एवं विभिन्न भाषाई समूहों के बीच टकराव पैदा करने का काम कभी नहीं करेंगे। बांग्लादेश के लिए संतुलित रुख अपनाना जरूरी है और ऐसा लगता है कि (वहां) स्थिति में सुधार होगा।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश की स्थिति सुधारने में मदद करने के लिए उसे सहयोग करेगी। पवार ने यह भी कहा कि यूनुस कई साल पहले पुणे आए थे।
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