जहांगीरपुरी हिंसा से सनातनी सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ने की साजिश का खुलासा, NRC जरूरी: गिरिराज
भाजपा नेता ने एक ऐसा मुद्दा उठाते हुए जिसे नरेंद्र मोदी सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है, कहा कि दुनिया के सभी देशों में कुछ न कुछ दस्तावेज हैं जिन्हें नागरिकों को अपने पहचान के प्रमाण के रूप में ले जाने की जरूरत पड़ती है।
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उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे तत्व रामनवमी के जुलूसों पर पथराव करने के पीछे थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर गोलियां चला रहे थे। वे टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थन में खड़े हैं।’’ केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘देश अब ऐसे मोड़ पर पहुंच गया है जहां कोई (अहमद) मुर्तजा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले गोरखधाम मंदिर पर हमला कर सकता है और एक शरजील इमाम खुले तौर पर भारत के विघटन का आह्वान कर सकता है। इसलिए अब यह आवश्यक है कि एनआरसी को पूरे देश में लागू किया जाए। इस मुद्दे पर बहस हो।’’
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भाजपा नेता ने एक ऐसा मुद्दा उठाते हुए जिसे नरेंद्र मोदी सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है, कहा कि दुनिया के सभी देशों में कुछ न कुछ दस्तावेज हैं जिन्हें नागरिकों को अपने पहचान के प्रमाण के रूप में ले जाने की जरूरत पड़ती है। उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वसम्मति से जिसमें भाजपा के सदस्य भी शामिल थे, एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें कहा गया था कि राज्य में एनआरसी की आवश्यकता नहीं है। बाद में सार्वजनिक रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकेत दिया था कि एनआरसी लाने पर विचार नहीं किया गया।
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