Adani case: संसद भवन से ED ऑफिस तक विपक्ष का मार्च, खड़गे बोले- हमारी आवाज दबाने की हो रही कोशिश
कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि लाखों रुपये का घोटाला हुआ है, एलआईसी, एसबीआई और अन्य बैंक बर्बाद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति खरीदने के लिए सरकार एक आदमी को पैसा दे रही है।
अडानी मामले को लेकर विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। आज विपक्षी सांसदों द्वारा संसद भवन से ED ऑफिस तक मार्च निकाला गया। हालंकि, विजय चौक पर विपक्ष के इस मार्च को रोका गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हमारी आवाज दबाने की हो रही कोशिश हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि आखिर अडानी मामले पर सरकार चुप क्यों हैं? खड़गे ने कहा कि हम सभी अडानी के घोटाले में एक ज्ञापन सौंपने के लिए निदेशक ईडी से मिलने जा रहे हैं। लेकिन सरकार हमें विजय चौक के पास कहीं नहीं जाने दे रही है, उन्होंने हमें रोक दिया है।
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कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि लाखों रुपये का घोटाला हुआ है, एलआईसी, एसबीआई और अन्य बैंक बर्बाद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति खरीदने के लिए सरकार एक आदमी को पैसा दे रही है। खड़गे ने दावा किया कि पीएम किसी ऐसे व्यक्ति को प्रोत्साहित कर रहे हैं जिसके पास पहले कम संपत्ति थी लेकिन अब 13 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति हो गई है। उन्होंने सवाल किया कि यह कैसे हुआ? कौन जिम्मेदार है? पैसा कौन दे रहा है? पूछताछ होनी चाहिए। पीएम मोदी और अडानी के बीच क्या संबंध है? उन्होंने कहा कि 17-18 राजनीतिक दलों के हम सभी सांसद यहां हैं और हम जानना चाहते हैं कि अडानी ने 2.5 साल के भीतर लाखों और करोड़ रुपये कैसे कमाए। उन्होंने हमें यहां रोका है। हम 200 हैं और यहां 2000 पुलिसकर्मी हैं, इसलिए वे हमारी आवाज दबाना चाहते हैं।
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अडानी मामले पर JPC जांच की मांग पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार जानती है कि अगर उन्होंने हमारी JPC की मांग को मान लिया तो जनता के सामने उनकी धज्जियां उड़ जाएगी। भाजपा के सभी भ्रष्टाचार आम लोगों के सामने साबित हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे। अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है।
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