भारत को सेंटर में रखकर ही अमेरिका में हो रहा इस बार चुनाव! ट्रंप को मोदी में पिता दिखने लगे, सहयोगी मस्क ने पकड़ी राहुल की राह
5 नवंबर को अमेरिका में वोटिंग होनी है। इससे पहले रिपबल्किन और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार अपना हर दांव आजमाने की कोशिश में लगे हैं। अमेरिकी चुनाव में इस बार भारत सेंटर ऑफ अट्रैक्शन के रूप में नजर आ रहा है।
भारत में लोकसभा चुनाव के बाद हुए दो राज्य के विधानसभा परिणामों के बाद सरकार बनाने की कवायद और विपक्ष का ईवीएम व चुनाव आयोग को कटघरे में खड़े करने का काम चल रहा है। वहीं अब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव करीब आ रहा है। कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है। अमेरिकी चुनाव और संसदीय सिस्टम में कई ऐसे रोचक तथ्य हैं जो भारत में लोगों को हैरान कर देंगे। सबसे मजेदार है वहां कि संसद के दोनों सदनों के चुनाव के सिस्टम और अपने देश की संसद के दोनों सदनों के चुनाव सिस्टम में अंतर। वहां के राष्ट्राध्यक्ष का चुनाव भी हमारे सिस्टम से काफी अलग होता है। भारत और अमेरिका दोनों दुनिया के बड़े लोकतांत्रिक देश हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार अभियान जोरों शोरों से चल रही है। 5 नवंबर को अमेरिका में वोटिंग होनी है। इससे पहले रिपबल्किन और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार अपना हर दांव आजमाने की कोशिश में लगे हैं। अमेरिकी चुनाव में इस बार भारत सेंटर ऑफ अट्रैक्शन के रूप में नजर आ रहा है। चाहे भारत के प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र हो या फिर 2024 के लोकसभा चुनाव सरीखे मुद्दे का यूएस प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में लाइमलाइट में आना। ऐसा लग रहा मानो अमेरिकी चुनाव में जो मुद्दे सुनाई पड़ रहे हैं जो जाने-पहचाने से हैं।
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अबकी बार ट्रंप सरकार से नमस्ते ट्रंप तक
रिपबल्किन कैडिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती तो किसी से छिपी नहीं है। आपको टेक्सास के ह्यूसटन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम तो याद ही होगा। जब मोदी ने ट्रम्प की मौजूदगी में अबकी बार ट्रम्प सरकार का नारा दिया था। अमेरिका में एक साल बाद ही चुनाव थे। ऐसे में मोदी के इस बयान को डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए विरोध और ट्रम्प के समर्थन में देखा गया। हालांकि उस चुनाव में ट्रंप की जीत नहीं हो पाई थी। 24 फरवरी, 2020 को अहमदाबाद में नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था। अमेरिकी चुनाव में ट्रंप अपनी प्रतिद्ववंदी कमला हैरिस को मात देने के लिए पूरे जी जान से लगे हैं। इस दौरान वो भारत के प्रधानमंत्री मोदी की बार बार तारीफ करते नजर आ रहे हैं। अब ट्रंप ने इस इंटरव्यू में पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। ट्रंप ने कहा है कि मोदी न सिर्फ उनके अच्छे दोस्त हैं बल्कि बेहद अच्छे इंसान भी हैं। उन्होंने हाउडी मोदी कार्यक्रम में पीएम मोदी के लिए लोगों की दीवानगी का जिक्र किया है। इसके साथ ही ट्रंप ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी के अंदाज में बताया कि उन्होंने इस्लामाबाद से निपटने की तैयारी कैसे की थी।
ट्रंप को मोदी में पिता दिखते
प ने कहा कि मोदी के आने से पहले भारत में हर साल उन्हें (पीएम) बदला जाता था। वहां बहुत ज्यादा अस्थिरता थी। इसके बाद वह आए। वह महान हैं। वह मेरे मित्र हैं। बाहर से वह ऐसे दिखते हैं, जैसे वह आपके पिता हैं। वह सबसे अच्छे हैं। 'हाउडी मोदी' की सफलता के बारे में भी बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्टेडियम में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग पागल हो रहे थे और हम घूम रहे थे..हम बीच में चल रहे थे, हर किसी को हाथ हिला रहे थे। हमारे सामने कुछ ऐसे मौके आए, जब कोई भारत को धमका रहा था। मैंने कहा कि मुझे मदद करने दीजिए। मैं उन लोगों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार रखता हूं। इस पर मोदी ने कहा-यह मैं करूंगा। जो भी जरूरी होगा, वह मैं करूंगा। ट्रंप ने अपने 88 मिनट लंबे साक्षात्कार में लगभग 37 मिनट तक मोदी के साथ अपने संबंधों के बारे में बात की।
साबित होगा अमेरिका का आखिरी चुनाव
टेस्ला और स्पेसएक्स बॉस ने पूर्व फॉक्स न्यूज होस्ट टकर कार्लसन ट्रम्प के संभावित रूप से चुनाव हारने के बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर ट्रम्प हार जाते हैं, तो मैं निराश हो जाऊंगा। मस्क का साक्षात्कार पेंसिल्वेनिया रैली में ट्रम्प के साथ दिखाई देने के कुछ दिनों बाद आया है। पेंसिल्वेनिया की रैली में उन्हें पूर्व राष्ट्रपति के प्रति अपना मजबूत समर्थन दिखाते हुए डांस भी किया था। एलन मस्क ने ट्रंप के लिए वोट करने की अपील करते हुए लोगों से कहा है कि अगर ट्रंप इस बार चुनाव नहीं जीते तो ये अमेरिका का आखिरी चुनाव होगा।
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अमेरिका बन जाएगा वन पार्टी स्टेट
एलन मस्क ने आरोप लगाया कि डेमोक्रेटिक प्रशासन अगले चार वर्षों तक के लिए फिर से सत्ता में आते हैं तो वे इतने सारे अवैध को वैध कर देंगे कि अगले चुनाव में कोई भी स्विंग स्टेट नहीं होगा और यह एक एकल-दलीय देश होगा। दरअसल अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में डेमोक्रेटिक पार्टी का बोलबाला है, यहां के सभी सरकारी दफ्तरों, इलेक्टोरल वोट्स में डेमोक्रेटिक पार्टी का ही दबदबा हैष यहां तक कि राज्य के विधानमंडल और कांग्रेस डेलीगेशन में भी डेमोक्रेट्स सुपर मेजोरिटी में हैं।
नफरत के बाजार में रिपबल्किन खोलेगी मोहब्बत की दुकान?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान वाला फेमस डॉयलाग तो सभी को याद होगा। जिसमें वो बीजेपी को नफरत की राजनीति करने वाली पार्टी, लोगों को एक दूसरे से लड़वाने और धर्म के आधार पर बांटने वाली विभाजनकारी ताकत के रूप में उल्लेखित करते नजर आते हैं। उसी तर्ज पर एलन मस्क ने अपने एक पोस्ट में कहा था कि अतीत में मैंने डेमोक्रेट को वोट दिया था, क्योंकि वे (ज्यादातर) दयालु पार्टी थे। लेकिन वे विभाजन और नफरत की पार्टी बन गई हैं, इसलिए मैं अब उनका समर्थन नहीं कर सकता और रिपब्लिकन को वोट दूंगा। अब, मेरे ख़िलाफ़ उनके गंदे चालों के अभियान को देखिए।
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