Singh Sankranti 2024: कब है सिंह संक्रांति? जानें समय और इस दिन करें ये उपाय

Singh Sankranti 2024
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सिंह संक्रांति प्रीति योग और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगी। इस बीच महापुण्य काल का समय 02 घंटे 11 मिनट तक रहेगा।समय है शाम 04:48 बजे से शाम 06:59 बजे तक।

सिंह संक्रांति तब होती है जब सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करता है। सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने से ब्रह्मांडीय ऊर्जा और प्रभाव उत्पन्न होते हैं। अब 16 अगस्त 2024 को सिंह संक्रांति होगी, इस दौरान पवित्र नदी में स्नान करने और दान-पुण्य करने की मान्यता है। ज्योतिष के अनुसार, 16 अगस्त शुक्रवार को शाम 7:54 बजे सूर्य कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेगा, जो सिंह संक्रांति का प्रतीक होगा। जानकारों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान सूर्य सफेद वस्त्र पहनकर सिंह पर सवार होते हैं और पूर्व दिशा की ओर बढ़ते हैं। इस दिन उन्हें अन्न, इत्र, नागकेसर के फूल और पायल जैसे आभूषण चढ़ाने चाहिए।

सिंह संक्रांति का शुभ मुहूर्त

सिंह संक्रांति प्रीति योग और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगी। प्रीति योग दोपहर 01:12 बजे और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र दोपहर 12:44 बजे शुरू होगा। 16 अगस्त को सिंह संक्रांति का पुण्यकाल 6 घंटे 34 मिनट तक रहेगा। पुण्यकाल दोपहर 12:25 बजे शुरू होगा और शाम 6:59 बजे तक रहेगा। इस बीच महापुण्य काल का समय 02 घंटे 11 मिनट तक रहेगा।समय है शाम 04:48 बजे से शाम 06:59 बजे तक।

सिंह संक्रांति पर करें ये उपाय

ज्योतिष के मुताबि, सिंह संक्रांति के अवसर पर स्नान करने और फिर दान-पुण्य के कार्य करने चाहिए । दान- पुण्य के कार्य महा पुण्य काल के दौरान किया जाना चाहिए। भक्तों को स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए और फिर सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। फिर उन्हें अपने मृत पूर्वजों को जल अर्पित करना चाहिए क्योंकि इससे वे प्रसन्न होंगे और अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगे। इसके बाद अपनी क्षमता के अनुसार भोजन, वस्त्र, फल या अन्य भोजन और आवश्यक वस्तुओं का दान करना चाहिए। यदि कोई सूर्य देव को प्रसन्न करना चाहता है और संक्रांति के शुभ प्रभाव को बढ़ाना चाहता है, तो उसे गेहूं, लाल कपड़े, लाल चंदन, तांबा, गुड़ और घी आदि का दान करना चाहिए।

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