Guru Pradosh Vrat: नवंबर महीने के आखिरी गुरु प्रदोष व्रत कब है? जाने डेट और पूजा-विधि

Guru Pradosh Vrat
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सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का बेहद महत्व होता है। माना जाता है कि प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करने से वैवाहिक जीवन सुखद बना रहता है। इसके साथ ही धन संबंधी परेशानियां दूर होती है। आइए आपको बताते है कब है नवंबर का आखिरी प्रदोष व्रत।

प्रदोष का व्रत का महत्व सनातन धर्म बेहद खास है। मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को गुरु प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। बता दें कि, नवंबर महीने का आखिरी प्रदोष व्रत कब है यह आपको पता होना चाहिए। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है कि प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करने से वैवाहिक जीवन सुखद बना रहता है। इसके साथ ही जो लोग प्रदोष व्रत करने से पापों से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। जानें नवंबर महीने का आखिरी प्रदोष व्रत कब है?

त्रयोदशी तिथि कब तक है

पंचांग के अनुसार, त्रयोदशी तिथि 28 नवंबर 2024 को सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर प्रारंभ होगी और त्रयोदशी का समापन 29 नवंबर 2024 को सुबह 8 बजकर 39 मिनट तक रहेगा।

जानें कब है नवंबर में गुरु प्रदोष व्रत 

उदया तिथि मान्य होती है इसलिए गुरु प्रदोष व्रत 28 नवंबर 2024 को रखा जाएगा।

शुभ मुहूर्त 2024

पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 23 मिनट से रात 8 बजकर 05 मिनट तक रहेगा। इस दौरान प्रदोष काल भी रहेगा। प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करना शुभ होता है। इस अवधि के दौरान पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

गुरु प्रदोष व्रत रखने के फायदे

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु प्रदोष व्रत रखने से यश, सुख-समृद्धि और उन्नति प्राप्त होती है। जातक को भौतिक सुखों की वृद्धि होती है। बृहस्पति के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत की महत्ता अधिक है क्योंकि गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान शिव के साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 

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