USAID की प्रशासक सामंथा पावर ने श्रीलंका की मदद के लिए की भारत की सराहना, चीन को लेकर कही ये बात
दिल्ली आईआईटी में एक कार्यक्रम में एक संबोधन में सामंथा पावर ने कहा कि चीन श्रीलंका के 'सबसे बड़े लेनदारों' में से एक बन गया है। यूएसआईडी की प्रशासक सामंथा पावर ने कहा कि आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे श्रीलंका की भारत ने समय रहते मदद की है।
यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट की प्रमुख सामंथा पावर ने श्रीलंका को उसके आर्थिक संकट से निपटने में मदद करने के लिए भारत की सराहना की है। यूएसएआईडी प्रमुख इस समय भारत के दो दिवसीय दौरे पर हैं। दिल्ली आईआईटी में एक कार्यक्रम में एक संबोधन में सामंथा पावर ने कहा कि चीन श्रीलंका के 'सबसे बड़े लेनदारों' में से एक बन गया है। यूएसआईडी की प्रशासक सामंथा पावर ने कहा कि आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे श्रीलंका की भारत ने समय रहते मदद की है। उन्होंने कहा कि भारत ने जहां उपायों की एक महत्वपूर्ण सीरिज के साथ तेजी से प्रतिक्रिया दी है। वहीं चीन अहम राहत प्रदानकर्ता नहीं दिखा।
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आपको बता दें की यूएसएआईडी वैश्विक स्तर पर सहायता करने वाली प्रमुख एजेंसियों में से एक हैं। सामंथा ने आईआईटी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि चीन श्रीलंका के सबसे बड़े लेनदारों में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि चीन अक्सर दूसरे कर्ज देने वाले देशों या संस्थानों की तुलना में ऊंची ब्याज दरों पर कर्ज की पेशकश करता है। उन्होंने कहा कि भारत ने ऋण सुविधा के तहत श्रीलंका को 3.5 अरब डॉलर का कर्ज दिया है। साथ ही श्रीलंका की गिरती इकोनॉमी को समर्थन देने के लिए कई अन्य तरह से मदद की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि भारत ने मुश्किल समय में दुनिया के कई देशों की मदद की है। पावर 25 से 27 जुलाई तक भारत के दौरे पर आई थीं। अमेरिकी एजेंसी यूएसएआईडी वैश्विक स्तर पर सहायता करने वाली अग्रणी एजेंसियों में से एक है।
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आपको बता दें कि श्रीलंका अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। ये संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के चलते पैदा हुआ। जिसका मतलब है कि देश के सामने अन्य मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान करने में बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। इस बीच पिछले दिनों गोटबाया राजपक्षे के देश छोड़कर चले जाने और राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका के नए राष्ट्रपति बने हैं। विक्रमसिंघे पर देश को आर्थिक बदहाली से निकालने की जिम्मेदारी है।
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