अमेरिकी जहाज ने दक्षिण चीन सागर में ‘गैरकानूनी घुसपैठ’ की : चीन का दावा

South China Sea
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पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साउदर्न थिएटर ने एक बयान में कहा कि अभियान के दौरान यूएसएस गैब्रियल गिफोर्ड्स पर नजर रखने के लिए चीन के नौसैन्य बल को तैनात किया गया। अमेरिकी नौसेना ने अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

चीन की सेना ने दावा जताया है कि अमेरिका के एक नौसैन्य जहाज ने विवादित द्वीप ‘सेकंड थॉमस शोल’ के समीप समुद्र में सोमवार को ‘‘अवैध रूप से घुसपैठ’’ की। यह द्वीप दक्षिण चीन सागर में चीन और फिलीपीन के बीच क्षेत्रीय विवाद की जड़ है।

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साउदर्न थिएटर ने एक बयान में कहा कि अभियान के दौरान यूएसएस गैब्रियल गिफोर्ड्स पर नजर रखने के लिए चीन के नौसैन्य बल को तैनात किया गया। अमेरिकी नौसेना ने अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

चीन और फिलीपीन की नौसेना और तटरक्षक बल के जहाजों के बीच हाल के दिनों में ‘सेकंड थॉमस शोल’ के आसपास बार-बार टकराव हुआ है। चीन ने फिलीपीन को जर्जर अवस्था में पड़े एक जहाज की मरम्मत करने से रोकने की कोशिश की है जिसे उसने 1999 में एक सैन्य चौकी के रूप में तैनात किया था।

चीनी सेना की आक्रामकता से परेशान फिलीपीन ने अमेरिका की मदद मांगी और इस साल की शुरुआत में देश में अमेरिकी सेना की मौजूदगी का विस्तार करने पर सहमति जतायी। उसने पिछले महीने अमेरिका के साथ समुद्र और हवा में संयुक्त गश्त अभियान शुरू किया था।

चीनी सेना के साउदर्न थिएटर ने एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में स्थिति में जानबूझकर बाधा पहुंचायी, चीन की संप्रभुत्ता और सुरक्षा का गंभीर उल्लंधन किया, क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को गंभीर रूप से कमतर किया और अंतरराष्ट्रीय कानून व अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मौलिक नियमों का गंभीर उल्लंघन किया, पूरी तरह यह दिखाया है कि दक्षिण चीन सागर में शांति एवं स्थिरता के लिए अमेरिका सबसे बड़ा खतरा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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