अमेरिका-भारत भागीदारी को सुरक्षा हितों के करीबी सहयोग पर ध्यान देना चाहिएः अमेरिकी शीर्ष एडमिरल
अमेरिका के एक शीर्ष एडमिरल का कहना है कि अमेरिका और भारत के बीच नौवहन क्षेत्र के प्रति जागरूकता, समुद्री डाकू विरोधी अभियान और आतंकवाद रोधी अभियान सहित कई साझा सुरक्षा हित हैं और द्विपक्षीय संबंध भारत के प्रमुख रक्षा साझेदार दर्जे का विस्तार करने पर ही केंद्रित होने चाहिए।
वाशिंगटन। अमेरिका के एक शीर्ष एडमिरल का कहना है कि अमेरिका और भारत के बीच नौवहन क्षेत्र के प्रति जागरूकता, समुद्री डाकू विरोधी अभियान और आतंकवाद रोधी अभियान सहित कई साझा सुरक्षा हित हैं और द्विपक्षीय संबंध भारत के प्रमुख रक्षा साझेदार दर्जे का विस्तार करने पर ही केंद्रित होने चाहिए। अमेरिकी प्रशांत कमान के कमांडर के लिए नामित एडमिरल फिलिप एस डेविडसन ने सीनेट सशस्त्र सेवा समिति के समक्ष कल अपनी नियुक्ति की पुष्टि की सुनवाई के दौरान कहा कि तीन दशक से भी कम समय में अलग-अलग लॉबी के लोकतांत्रिक देश भारत और अमेरिका आज रणनीतिक साझेदार बन गए हैं। डेविडसन ने कहा, ''अमेरिका-भारत के मौजूदा रिश्ते आपसी संबंधों को और गहरा एवं दृढ़ करने के ऐतिहासिक अवसर प्रदान करते हैं जो 21 वीं सदी की एक निर्धारक साझेदारी बन सकती है।''
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति और राष्ट्रीय रक्षा रणनीति ने भी हाल में भारत की ख्याति को रेखांकित किया और दक्षिण एशियाई उपमहाद्वीप और हिंद महासागर क्षेत्र में एक सुरक्षा प्रदाता के रूप में भारत के विकास को प्रोत्साहित किया। डेविडसन ने कहा, ''अमेरिका-भारत संबंध मजबूत हैं और गहरे हो रहे हैं। अमेरिका और भारत के बीच नौवहन क्षेत्र के प्रति जागरूकता, समुद्री डाकू विरोधी अभियान और आतंकवाद रोधी अभियान सहित कई साझा सुरक्षा हित हैं।'' उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंध भारत के प्रमुख रक्षा साझेदार दर्जे का विस्तार करने पर ही केंद्रित होने चाहिए।
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