US प्रतिनिधिमंडल ने Taiwan के लोकतंत्र की तारीफ की
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्टीफन हैडली ने कहा, ‘‘ताइवान के लोकतंत्र ने दुनिया के लिए एक चमकदार उदाहरण पेश किया है, पारदर्शिता, कानून के शासन और मानवाधिकारों तथा स्वतंत्रता के लिए सम्मान पर आधारित एक लोकतांत्रिक सफलता की कहानी पेश की है।’’
ताइपे। अमेरिका के सेवानिवृत्त अधिकारियों ने सोमवार को ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन से मुलाकात की और द्वीपीय देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की प्रशंसा की जिससे एक नयी संसद का गठन हुआ। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्टीफन हैडली ने कहा, ‘‘ताइवान के लोकतंत्र ने दुनिया के लिए एक चमकदार उदाहरण पेश किया है, पारदर्शिता, कानून के शासन और मानवाधिकारों तथा स्वतंत्रता के लिए सम्मान पर आधारित एक लोकतांत्रिक सफलता की कहानी पेश की है।’’ उन्होंने कहा कि ताइवान के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता अटूट है।
ताइवान ने शनिवार को निवर्तमान उपराष्ट्रपति लाई चिंग-ते को अपना नया नेता निर्वचित किया। ताइवान की राष्ट्रपति साई ने चुनाव के बाद कहा कि ताइवान की ‘‘प्रगति जारी रखने और आगे बढ़ने की आवश्यकता अपरिवर्तित बनी हुई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि ताइवान-अमेरिका के संबंध आगे बढ़ते रहें और क्षेत्रीय तथा वैश्विक समृद्धि व विकास में एक प्रमुख प्रेरक शक्ति के रूप में काम करें।’’ ताइवान से 1979 में आधिकारिक राजनयिक संबंध खत्म करने के बावजूद अमेरिका उसका मुख्य कूटनीतिक सहयोगी और सैन्य साजोसामान तथा खुफिया सूचना का अहम स्रोत बना हुआ है। लाई की जीत चीन के लिए एक झटका है जो ताइवान को अपने नियंत्रण में लाने की कोशिशों में लगा हुआ है।
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चीन वर्तमान उपराष्ट्रपति और सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) के सदस्य लाई का कड़ा विरोध करता है। चीन ने चुनाव के नतीजों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने चुनाव पर अपने बयान में कहा, ‘‘ताइवान का सवाल चीन का आंतरिक मामला है। ताइवान में जो भी बदलाव होंगे, यह मूल तथ्य नहीं बदलेगा कि दुनिया में केवल एक चीन है और ताइवान चीन का हिस्सा है।’’ वहीं, ताइवान ने कहा, ‘‘यह बयान ‘‘अंतरराष्ट्रीय समझ और ताइवान-चीन के बीच वर्तमान स्थिति के साथ पूरी तरह से असंगत है। यह वैश्विक लोकतांत्रिक समुदायों की अपेक्षाओं के विरुद्ध है और ताइवान के लोगों की लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने की इच्छा के विरुद्ध है। ऐसी घिसी-पिटी बातें खंडन करने लायक नहीं हैं।’’ लाई की जीत का मतलब है कि डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी तीसरी बार चार साल का कार्यकाल हासिल करेगी। लाई मई में पदभार ग्रहण करेंगे।
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