US-ब्रिटेन ने कर दी हूती विद्रोहियों पर सबसे बड़ी स्ट्राइक, 13 ठिकानों को बनाया निशाना
अमेरिकी और ब्रिटिश सेनाओं ने कहा कि उन्होंने आतंकवादी समूह को लाल सागर में नौवहन को और अधिक बाधित करने से रोकने के प्रयासों के तहत यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले शुरू किए, जो कि इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के एक महीने बाद से चल रहा है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि वैश्विक व्यापार को बाधित करने के उनके कृत्य का उद्देश्य फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाना था।
यमन स्थित हूती को निशाना बनाकर संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा ताबड़तोड़ एयर स्ट्राइक कम से कम 16 लोग मारे गए और 35 अन्य घायल हो गए। ये आकंड़ा विद्रोहियों द्वारा सार्वजनिक रूप से स्वीकार की गई सबसे बड़ी मौत है। हमलों में होदेइदाह के अल-हॉक जिले और सलीफ बंदरगाह में एक रेडियो इमारत को निशाना बनाया गया।
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अमेरिकी और ब्रिटिश सेनाओं ने कहा कि उन्होंने आतंकवादी समूह को लाल सागर में नौवहन को और अधिक बाधित करने से रोकने के प्रयासों के तहत यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले शुरू किए, जो कि इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के एक महीने बाद से चल रहा है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि वैश्विक व्यापार को बाधित करने के उनके कृत्य का उद्देश्य फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाना था।
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अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने यमन के हूती-नियंत्रित क्षेत्रों में 13 ठिकानों को निशाना बनाया है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त अभियान में लाल सागर के बंदरगाह शहर होदेइदाह में तीन स्थानों को निशाना बनाया गया, जहां उसने ड्रोन और सतह से हवा में मार करने वाले हथियार रखे हुए थे। कथित तौर पर हमलों ने भूमिगत सुविधाओं, मिसाइल लांचरों, कमांड और नियंत्रण स्थलों, एक हौथी जहाज और अन्य सुविधाओं को निशाना बनाया।
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