त्रिपोली के उपयोग में लाए जा रहे एकमात्र हवाई अड्डे पर गोलाबारीः लीबियाई अधिकारी

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लीबिया में राजधानी को लेकर प्रतिद्वंद्वी सरकारों के वफादार बलों के बीच लड़ाई शनिवार को तेज हो गई। त्रिपोली में उपयोग में लाए जा रहे एकमात्र हवाई अड्डे पर भारी गोलाबारी हुई जिससे तेल के टैंक में आग लग गई और कई यात्री विमानों को नुकसान पहुंचा।

काहिरा। लीबिया में राजधानी को लेकर प्रतिद्वंद्वी सरकारों के वफादार बलों के बीच लड़ाई शनिवार को तेज हो गई। त्रिपोली में उपयोग में लाए जा रहे एकमात्र हवाई अड्डे पर भारी गोलाबारी हुई जिससे तेल के टैंक में आग लग गई और कई यात्री विमानों को नुकसान पहुंचा। पश्चिमी लीबिया और संयुक्त राष्ट्र में अधिकारियों ने यह जानकारी दी। त्रिपोली नें परिवहन मंत्रालय ने बताया कि गोलाबारी में क्षतिग्रस्त हुए एक विमान को स्पेन में कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से फंसे लीबिया के लोगों को वापस लेने जाना था।

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मंत्रालय ने पूर्वी हिस्से में स्थित बलों को हमले के लिए जिम्मेदार बताया। लीबिया में 2011 से ही गतिरोध बना हुआ है। उस साल गृह युद्घ की वजह से देश में लंबे वक्त तक तानाशाह रहे मुअम्मर कज्जाफी को सत्ता गंवानी पड़ी थी और बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से देश पूर्व और पश्चिम में प्रतिद्वंद्वी प्रशासनों के बीच विभाजित है और दोनों ही समूहों को सशस्त्र संगठनों तथा अन्य देशों का समर्थन हासिल है।

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त्रिपोली के प्रशासन को तुर्की और कतर का समर्थन हासिल है जबकि पूर्वी लीबिया के बलों को संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र की हिमायत मिली हुई है। लीबिया में संयुक्त राष्ट्र समर्थित मिशन ने हवाई अड्डे पर हमले के लिए सैन्य कमांडर खलीफा हफ्तार को जिम्मेदार ठहराया है। वह पूर्व स्थित बलों का प्रमुख है। उसने कहा कि हमले में 15 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और 50 नागरिक जख्मी हुए हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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