अफगानिस्तान में तालिबान ने अपने पैर पसारे, इस्लामिक अमीरात का भी किया गठन
तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहउल्ला मुजाहिद ने कई देशों के साथ व्यापार बंद करने की खबरों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि किसी देश के साथ व्यापार करने की बात नहीं की है।
काबुल। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अब इस्लामिक अमीरात के गठन की खबर सामने आ रही है। बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान में इस्लामिक अमीरात की स्थापना की है। इस दौरान तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहउल्ला मुजाहिद ने कई देशों के साथ व्यापार बंद करने की खबरों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि किसी देश के साथ व्यापार करने की बात नहीं की है।
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काबुल में तालिबान की एंट्री के साथ ही राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया था। जिसके बाद तालिबानियों ने राष्ट्रपति भवन में कब्जा कर लिया था। धीरे-धीरे तालिबान ने पूरे मुल्क में ही अपना पैर पसार लिया और कहा कि जल्द ही इस्लामिक अमीरात की घोषणा की जाएगी। हालांकि तालिबान ने गुरुवार को इसकी घोषणा भी कर दी।
तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहउल्ला मुजाहिद ने कहा था कि इस्लामिक अमीरात दुनिया के तमाम देशों से वादा कर रहा है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी मुल्क के खिलाफ नहीं किया जाएगा।
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जबीउल्ला मुजाहिद ने कहा था कि संगठन के लड़ाके किसी से बदला नहीं लेना चाहते और सभी को माफी दे दी गई है। उन्होंने कहा था कि तालिबान चाहता है कि निजी मीडिया स्वतंत्र रहे, लेकिन उसने इस बात को विशेष तौर पर रेखांकित किया कि पत्रकारों को देश के मूल्यों के खिलाफ काम नहीं करना चाहिए।
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