पाकिस्तान की विशेष अदालत ने पूर्व विदेश मंत्री कुरैशी की हिरासत और दो दिन के लिए बढ़ाई
एफआईए मामले में खान और कुरैशी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। खान(70) इस महीने की शुरूआत में भ्रष्टाचार के एक मामले में तीन साल कैद की सजा सुनाये जाने के बाद अभी जेल में हैं। कुरैशी उस वक्त विदेश मंत्री थे, जब राजनयिक दस्तावेज का मुद्दा सामने आया था। कथित दस्तावेज में, अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों और पाकिस्तानी राजदूत असद माजिद खान के बीच पिछले साल एक बैठक में हुई बातचीत का विवरण है।
इस्लामाबाद की एक विशेष अदालत ने एक गोपनीय राजनयिक दस्तावेज लीक करने के मामले में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की हिरासत सोमवार को और दो दिनों के लिए बढ़ा दी। पूर्ववर्ती इमरान खान नीत सरकार ने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस दस्तावेज का कथित तौर पर दुरूपयोग किया था। जेल में बंद खान के पूर्व करीबी सहयोगी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के उपाध्यक्ष कुरैशी (67) को सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत 19 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। उनके विदेश मंत्री रहने के दौरान, अमेरिका स्थित पाकिस्तानी दूतावास द्वारा एक आधिकारिक दस्तावेज भेजकर गोपनीयता का उल्लंघन करने को लेकर उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
विशेष अदालत ने दो बार के विदेश मंत्री कुरैशी को 25 अगस्त तक चार दिनों के लिए संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) की हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद, शुक्रवार को अदालत ने उनकी हिरासत और तीन दिनों के लिए बढ़ा दी थी। सोमवार को, एफआईए ने कुरैशी को विशेष अदालत में पेश किया और उनकी हिरासत पांच दिन के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया। जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से कहा कि विशेष अभियोजक जुल्फिार नकवी ने अदालत से अनुरोध किया कि उन्हें उनका मोबादल फोन लेना होगा। कुरैशी के वकील बाबर अवान ने इस अनुरोध का विरोध किया और उनके बचाव में उच्चतर न्यायपालिका के कई फैसलों का उल्लेख किया। सुनवाई के दौरान अवान ने दलील दी कि उनके मुवक्किल का मामले से कोई संबंध नहीं है।
अवान ने कहा कि कुरैशी पिछले नौ दिनों से हिरासत में हैं और यह बहुत है। उन्होंने न्यायाधीश से कहा कि कुरैशी का मोबाइल फोन एफआईए के पास है तथा उन्हें हिरासत में और रखने की जरूरत नहीं है। इसके बाद, आतंकवाद रोधी अदालत के न्यायाधीश अबुल हसनत जुल्करनैन ने फैसला सुरक्षित रख लिया, जो बाद में सुनाया गया। जुल्करनैन को विशेष अदालत का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। एफआईए मामले में खान और कुरैशी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। खान(70) इस महीने की शुरूआत में भ्रष्टाचार के एक मामले में तीन साल कैद की सजा सुनाये जाने के बाद अभी जेल में हैं। कुरैशी उस वक्त विदेश मंत्री थे, जब राजनयिक दस्तावेज का मुद्दा सामने आया था। कथित दस्तावेज में, अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों और पाकिस्तानी राजदूत असद माजिद खान के बीच पिछले साल एक बैठक में हुई बातचीत का विवरण है।
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