Pakistan संभलता नहीं और कश्मीर चाहिए, पीएम बनते ही नेशनल असेंबली में शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ उगला जहर
पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शपथ लेने के बाद अपने पहले भाषण में कश्मीर मुद्दे का जिक्र किया और उसी भाषण में देश में गंभीर आर्थिक संकट के बारे में भी बात की।
पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा शपथ लेने के बाद अपने पहले भाषण में कश्मीर का उल्लेख करने के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के निर्वासित अधिकार कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने शरीफ की आलोचना करते हुए कहा कि वो वास्तव में गलत कर रहे हैं। कश्मीर के बारे में दावे को लेकर राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि नवनिर्वाचित प्रधान मंत्री इस क्षेत्र के बारे में झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मानवीय संकट को स्वीकार करने और स्वीकार करने की हिम्मत नहीं है। पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में लोग बड़े पैमाने पर भूख से मर रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया है।' पेंशनभोगी लगभग एक साल से अपनी पेंशन का इंतजार कर रहे हैं। कई विभागों और अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को उनका वेतन नहीं दिया गया है। अस्पतालों में दवा नहीं है। सांप या कुत्ते के काटने की कोई खबर नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई ने मिर्जा के हवाले से बताया कि अस्पतालों में काटने के टीके उपलब्ध हैं।
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पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी के चुनावी धांधली के दावों के बीच पाकिस्तान में सत्ता हासिल करने वाले शरीफ के दावों की धज्जियां उड़ाते हुए पीओके में मानवीय स्थितियों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कोई ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र नहीं है, यहां तक कि स्थानीय ग्रामीणों की जरूरतों को पूरा करने के लिए वहां एक डिस्पेंसर भी हो। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के निर्वासित कार्यकर्ता ने कहा कि पीओके में शिक्षा प्रणाली "पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि ऐसा एक भी देश नहीं है जो पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर के छात्रों द्वारा प्राप्त की गई डिग्री को वैध मानता हो।
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प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पहले भाषण में शहबाज शरीफ ने कश्मीर का किया जिक्र
पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शपथ लेने के बाद अपने पहले भाषण में कश्मीर मुद्दे का जिक्र किया और उसी भाषण में देश में गंभीर आर्थिक संकट के बारे में भी बात की। उन्होंने अपने देश की संसद से कश्मीरियों और फ़िलिस्तीनियों की आज़ादी पर एक प्रस्ताव पारित करने की अपील की। उन्होंने पाकिस्तान की संसद नेशनल असेंबली में प्रस्ताव पारित करने की बात कही। शरीफ ने कहा कि उन्होंने कहा कि आइए सब एक साथ आएं और नेशनल असेंबली को कश्मीरियों और फिलिस्तीनियों की आजादी के लिए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए। उसी भाषण में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता शहबाज शरीफ ने अफसोस जताया कि देश खतरनाक कर्ज संकट का सामना कर रहा है।
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