Israel पर अब इस देश ने कर दिया एयर स्ट्राइक, बढ़ती ही जा रही हैं मोदी के दोस्त नेतन्याहू की मुश्किलें
यमन में इस वक्त हूती विद्रिहियों की सरकार है जिसने 2014 में राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था। इस सरकार को ईरान से समर्थन मिला हुआ है। हूती गाहे-बगाहे इजरायल पर रॉकेट दागते रहे हैं।
इजरायल और हमास की खतरनाक जंग में अब हूती विद्रोहियों की भी एंट्री हो गई है। इजरायल पर हमास और हिज्बुल्ला के अलावा तीसरा दुश्मन हूती विद्रोही सामने आ गया है। ये तीनों ही अब इजरायली सेना के लिए खतरा बन चुके हैं। हूती विद्रोहियों की सरकार की तरफ से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया है। इस बयान में कहा गया है कि इजरायल के खिलाफ युद्ध का हम ऐलान करते हैं। दरअसल, यमन में इस वक्त हूती विद्रिहियों की सरकार है जिसने 2014 में राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था। इस सरकार को ईरान से समर्थन मिला हुआ है। हूती गाहे-बगाहे इजरायल पर रॉकेट दागते रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: हमास लड़ाकों द्वारा नग्न घुमाई गई जर्मन-इजरायली महिला की मौत, आखिर कौन थी Shani Louk ?
इजरायली सेना ने मंगलवार को कहा कि उसने यमन में ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों के हवाई हमले को विफल कर दिया है। पूरे क्षेत्र में यह आशंका बढ़ गई है कि इज़रायल-हमास युद्ध बढ़ सकता है। हूती बलों के प्रवक्ता जनरल याह्या साड़ी ने अल-मसीरा टीवी को बताया कि इज़राइल में लक्ष्यों के खिलाफ बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए गए थे, उन्होंने कहा कि यह फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में तीसरा ऑपरेशन था। उन्होंने कहा कि इजरायली आक्रामकता बंद होने तक और अधिक हमलों की योजना थी। उन्होंने पूरे इज़राइल को कब्जे वाले क्षेत्रों के रूप में संदर्भित करते हुए कहा कि हमारे सशस्त्र बलों ने इजरायली दुश्मन के विभिन्न ठिकानों पर बैलिस्टिक और पंख वाली मिसाइलों और बड़ी संख्या में ड्रोन का एक बड़ा बैच लॉन्च किया।
इसे भी पढ़ें: इज़राइल ने गाजा की सुरंगों के अंदर हमास को बनाया निशाना, सैनिक को कैद से कराया मुक्त
यमन में एक शिया राजनीतिक और सैन्य संगठन है जो सऊदी अरब समर्थित गठबंधन के खिलाफ देश में गृह युद्ध लड़ रहा है। उन्होंने फिलिस्तीनियों के समर्थन में आवाज उठाई है और गाजा में इजरायल के हमले के खिलाफ यमन में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया है। इससे पहले इज़राइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने एक बयान में कहा था कि उसने सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल को सफलतापूर्वक रोकने के लिए पहली बार अपने एरो हवाई रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल किया था, जिसे लाल सागर के क्षेत्र से दागा गया था।
इससे पहले भी हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर अटैक की कोशिश की थी और कई मिसाइलों से हमला किया था। हालांकि अमेरिकी युद्धपोत ने सभी मिसाइलों को बीच में ही तबाह कर दिया था। जिसकी वजह से इजरायली सेना को कोई नुकसान नहीं हुआ था।
अन्य न्यूज़