Vishwakhabram: Trump की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले Elon Musk अगला अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के मूड़ में दिख रहे हैं

Trump Elon Musk
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हम आपको याद दिला दें कि एक्स जोकि पूर्व में ट्वीटर के नाम से जाना जाता था उसने राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान ही डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट सस्पेंड कर दिया था लेकिन एलन मस्क ने ट्वीटर को खरीदने के तुरंत बाद ही ट्रंप का सोशल मीडिया अकाउंट बहाल कर दिया था।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को मीडिया का जरा भी सहयोग नहीं मिला क्योंकि अमेरिका का हर समाचार चैनल और समाचारपत्र कमला हैरिस के साथ था। मीडिया के जो चुनाव पूर्व सर्वेक्षण आ रहे थे वह भी दोनों उम्मीदवारों के बीच करीबी मुकाबला दर्शा रहे थे और कई बार तो सर्वेक्षणों में कमला हैरिस को आगे बता दिया जा रहा था ताकि मतदाता प्रभावित हो सकें। लेकिन कुछ काम नहीं आया और मतदाताओं ने ट्रंप को प्रचंड बहुमत के साथ विजेता बना दिया। सवाल उठता है कि जब मीडिया साथ नहीं था तो ट्रंप ने यह चुनावी लड़ाई कैसे जीती? इसका जवाब है इस चुनाव में ट्रंप के लिए 'एक्स' फैक्टर काम आया। दरअसल सोशल मीडिया मंच एक्स के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अपने इस प्लेटफॉर्म की शक्ति का पूरा उपयोग ट्रंप के प्रचार के लिए किया। यही नहीं उन्होंने व्यक्तिगत रूप से भी प्रचार किया और आखिरकार डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका का 47वां राष्ट्रपति बनवा दिया। विजयी भाषण में ट्रंप ने एलन मस्क को अद्भुत व्यक्ति बताते हुए कहा कि एक नये सितारे का उदय हुआ है और उसका नाम है एलन मस्क।

हम आपको याद दिला दें कि एक्स जोकि पूर्व में ट्वीटर के नाम से जाना जाता था उसने राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान ही डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट सस्पेंड कर दिया था लेकिन एलन मस्क ने ट्वीटर को खरीदने के तुरंत बाद ही ट्रंप का सोशल मीडिया अकाउंट बहाल कर दिया था। एलन मस्क ने जिस तरह चुनाव प्रचार अभियान के दौरान ट्रंप का खुलकर साथ दिया वैसा अमेरिका में कम ही देखने को मिलता है। देखा जाये तो एलन मस्क ने वास्तव में राष्ट्रपति पद पर ट्रंप की वापसी में बड़ी भूमिका निभाई है। एलन मस्क ने न केवल ट्रंप के अभियान में लाखों डॉलर खर्च किए, बल्कि उनके नीति सलाहकार और प्रमोटर के रूप में भी काम किया। एलन मस्क ने बड़े प्रभावी ढंग से अपने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (एमएजीए) के मुखपत्र में बदल दिया।

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अब एलन मस्क के बारे में माना जा रहा है कि नई सरकार में उनकी प्रभावी भूमिका हो सकती है। उनको लेकर तमाम तरह की अटकलें भी लग रही हैं। कोई कह रहा है कि एलन मस्क मंत्री बनेंगे तो कोई कह रहा है कि एलन मस्क किसी बड़े संस्थान के निदेशक बनाये जा सकते हैं। एलन मस्क को क्या जिम्मेदारी मिलेगी यह तो आने वाले दिनों में साफ हो ही जायेगा लेकिन इतना तो तय है कि व्हाइट हाउस में इस बार एलन मस्क की सीधी पहुँच होगी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव परिणाम आने के बाद से जिस तरह एलन मस्क की कंपनियों के शेयरों के भाव में उछाल देखने को मिल रहा है उससे यह भी माना जा रहा है कि चुनावों के दौरान खर्च की गयी राशि की वसूली संभवतः हो चुकी है।

एलन मस्क को यदि सरकारी खर्चों में कटौती करने की जिम्मेदारी दी गयी तो कई लोगों को मुश्किल आ सकती है क्योंकि बेफिजूल के खर्चे मस्क को कतई पसंद नहीं हैं। सरकारी अधिकारी और मंत्री अनापशनाप खर्चे करने के लिए जाने जाते हैं इसलिए देखना होगा कि वह कैसे एलन मस्क की नीतियों को पचा पाएंगे। वैसे दुनिया के लिए यह देखना रुचिकर होगा कि विश्व का सबसे अमीर आदमी विश्व के ताकतवर राजनीतिज्ञ के रूप में कितना सफल हो पाता है?

इस बार के चुनाव में देखें तो डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों उम्मीदवारों के अभियानों में अरबपतियों ने पहले से कहीं अधिक बड़ी भूमिका निभाई है। माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स और न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर माइकल ब्लूमबर्ग ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन किया। दूसरी ओर ट्रंप के साथ एलन मस्क थे। मस्क ने ट्रंप और रिपब्लिकन पार्टी को अनुमानित $132 मिलियन का दान दिया था। इसके अलावा एलन मस्क ने स्विंग राज्य माने जाने वाले क्षेत्रों में पंजीकृत मतदाताओं के लिए नकद उपहार जैसी योजना भी शुरू की। मस्क की इस योजना को अदालत में चुनौती दी गयी थी लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। माना यह भी जा रहा है कि एलन मस्क ने रिपब्लिकन को अन्य अज्ञात दान भी दिए हैं। एलन मस्क जिस तरह कई बड़ी और नामचीन हस्तियों को अपने प्रभाव के बल पर ट्रंप के समर्थन में लेकर आये उससे भी रिपब्लिकन पार्टी को काफी फायदा हुआ है।

वैसे ट्विटर को "राजनीतिक रूप से तटस्थ" मंच बनाने का वादा करने के बाद एलन मस्क ने इसे रिपब्लिकन पार्टी के प्रचार के लिए पूरी तरह उपयोग किया। एलन मस्क पर आरोप लगे कि वह ट्रंप के प्रचार संबंधी पोस्टों को एल्गोरिदम द्वारा बढ़ावा दे रहे हैं जबकि कमला हैरिस और उनके समर्थन में बोलने वालों की पोस्टों के प्रसार को रोका जा रहा है। यही नहीं, एलन मस्क ने खुद ट्रंप के समर्थन और कमला हैरिस के विरोध में जितने भी सोशल मीडिया पोस्ट किये उस पर अरबों व्यूज आये। डेमोक्रेटों के खिलाफ जो भी सोशल मीडिया पोस्ट किये जा रहे थे उस पर खुद एलन मस्क भी कमेंट कर रहे थे या उसे रीपोस्ट कर रहे थे ताकि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचे। एलन मस्क ने कमला हैरिस के बारे में कई मीम भी पोस्ट किये जोकि काफी वायरल हुए।

हम आपको बता दें कि एलन मस्क दक्षिणपंथी नेताओं से करीबी रखने में विश्वास रखते हैं। ट्रंप के अलावा एलन मस्क के इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू जैसे अंतरराष्ट्रीय दक्षिणपंथी नेताओं से भी करीबी संबंध हैं। एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक समानता यह भी है कि दोनों पर ही कई महिलाओं से संबंध रखने के आरोप रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ तो मी टू जैसा अभियान भी चला है। इस चुनाव में एलन मस्क ने बड़े ही शातिर तरीके से पुरुषों के मन में अपने श्रेष्ठ होने का भाव जगाया। आंकड़े भी इस बात की गवाही दे रहे हैं। हम आपको बता दें कि हार्वर्ड यूथ पोल से पता चला है कि 18 से 24 वर्ष के बीच के 35 प्रतिशत पुरुषों ने ट्रंप के समर्थन में आवाज उठाई, जो 2020 के सर्वेक्षण से पांच प्रतिशत अधिक है। 

बहरहाल, एक्स पर जिस तरह से डोनाल्ड ट्रंप की जीत में एलन मस्क के योगदान की बढ़-चढ़कर तारीफ की जा रही है और उन्हें ट्रंप टीम का अहम हिस्सा बताया जा रहा है उससे टेस्ला के मालिक खूब प्रसन्न नजर आ रहे हैं। वैसे, अमेरिकी राजनीति में एलन मस्क का पर्दापण हो चुका है इसलिए अब देखना होगा कि उन्हें मिलने वाली संभावित सरकारी जिम्मेदारी कहीं उन्हें अगला राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए तो प्रेरित नहीं करती?

-नीरज कुमार दुबे

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