भारत-नेपाल रेल संपर्क: जनकपुर बनेगा पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र
विदेश मंत्रालय 784 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बिहार के जयनगर और नेपाल के बर्दिबास के बीच नेटवर्क के लिए वित्तीय मदद दे रहा है।
नयी दिल्ली| माता सीता का जन्मस्थल माने जाने वाला हिंदू तीर्थस्थल जनकपुर धाम शनिवार को भारत और नेपाल के बीच शुरू किए गए रेल संपर्क के मुख्य आकर्षणों में से एक होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा ने भारत के जयनगर से नेपाल के कुर्था के बीच यात्री रेल सेवा का शनिवार को उद्घाटन किया।
रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच यह रेल संपर्क बेहतर सीमा प्रबंधन, सीमावर्ती क्षेत्रों के नियोजित एवं एकीकृत विकास और बुनियादी ढांचे के लिए एक समग्र रणनीति का हिस्सा है।
विदेश मंत्रालय 784 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बिहार के जयनगर और नेपाल के बर्दिबास के बीच नेटवर्क के लिए वित्तीय मदद दे रहा है।
जयनगर-बिजलपुरा-बर्दिबास रेल लिंक की लंबाई 68.72 किलोमीटर है, जिसमें से 2.975 किलोमीटर का हिस्सा भारत में और 65.745 किलोमीटर का हिस्सा नेपाल में है।
यह मार्ग बिहार के मधुबनी जिले और नेपाल के दनुशा, महोतारी और सिरहा जिलों से होकर जाएगा। परियोजना के जयनगर-कुर्था खंड में जयनगर से लगभग 30 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध तीर्थस्थल जनकपुर स्थित है।
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