हमास का हमला, प्रिगोझिन की मौत, सूडान में ऑपरेशन कावेरी, रेड सी में संग्राम, इमरान खान को जेल, साल 2023 की बड़ी अतंरराष्ट्रीय घटनाएं
आइए साल 2023 में घटित बड़ी अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर एक नजर डालते हैं। ग्लोबल होती दुनिया में हर बड़ी घटना सभी देशों पर असर डालती है। हमास के इजरायल पर किए गए हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया।
यूक्रेन युद्ध का कोई अंत नजर नहीं आ रहा है। इजरायल हमास संघर्ष में फंसे लोग भी सीजफायर की बाट जोह रहे हैं. आने वाले साल में भी युद्ध जारी रहने के आसार हैं। ऐसे में आइए साल 2023 में घटित बड़ी अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर एक नजर डालते हैं।
7 अक्टूबर 2023 को हमास का हमला
ग्लोबल होती दुनिया में हर बड़ी घटना सभी देशों पर असर डालती है। हमास के इजरायल पर किए गए हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। उसके बाद इजरायल की गाजा पर बमबारी में होने वाली हजारों मौतों के बाद उसकी कार्रवाई पर भी सवाल उठे। हमास के एक आश्चर्यजनक हमले के बाद इज़राइल और फ़िलिस्तीन संघर्ष तीन महीने पूरे करने को है। हमास के हमले के तुरंत बाद इजरायल ने फिलिस्तीनी आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड्स की घोषणा कर दी। मामला संयुक्त राष्ट्र भी गया और इजरायल के खिलाफ प्रस्ताव भी लाया गया। लेकिन अमेरिका ने वीटो लगाकर दोनों ही बार प्रस्ताव को गिरा दिया।
इसे भी पढ़ें: Mangaluru Airport Receives Bomb Threat | मंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बम से उड़ाने की धमकी, सुरक्षा एजेंसियां ने तेजी से शुरू की जांच
रूस में विद्रोह और प्रिगोझिन की मौत
जून में रूस में पुतिन के खिलाफ विद्रोह ने सभी का ध्यान खींचा। प्राइवेट आर्मी वैगनर के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन केंद्र में थे। वैगनर समूह के प्रमुख ने रूसी सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेंकने की कसम खाई थी। 62 वर्षीय येवगेनी प्रिगोझिन ने एक ऑडियो संदेश में कहा कि हम आगे बढ़ रहे हैं और हम अंत तक जाएंगे। हम अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को नष्ट कर देंगे। बाद में बेलारूस की मध्यस्थता से ये विवाद हल हो गया था। अगस्त के महीने में खबर आई कि प्रिगोझिन का प्लेन क्रैश हो गया। रूसी आपातकालीन अधिकारियों ने कहा कि भाड़े के समूह के नेता मास्को से सेंट पीटर्सबर्ग के रास्ते में एक बिजनेस जेट पर सवार 10 यात्रियों में से एक थे। मॉस्को के उत्तर में एक निजी जेट दुर्घटना में दस लोग मारे गए हैं। रूसी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने कहा कि येवगेनी प्रिगोझिन यात्री सूची में थे।
सूडान संकट और सरकार का मिशन कावेरी
एक साल से अधिक समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार ने रूस के साथ संघर्ष के बीच यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए एक बड़ी चुनौती की तरह देखा। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के अभियान को 'ऑपरेशन गंगा' कहा गया। अफगानिस्तान में तालिबान के हमले के समय भारत द्वारा चलाए गए बचाव अभियान को 'ऑपरेशन देवी शक्ति' कहा गया था। सूडान में अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स और सेना के बीच संघर्ष छिड़ा। हजारों भारतीय वहां फंसे तो ऑपरेशन कावेरी के तहत प्लेन, जहाज भेज भारतीयों को निकाला गया। एयरफोर्स के दो जंबो जेट विमान और नेवी का एक युद्धपोत रेस्क्यू मिशन में शामिल किया गया। कावेरी यह उसी तर्ज पर है जैसा कि पीएम ने यूक्रेन में ऑपरेशन गंगा के रूप में ऑपरेशन का नाम देने के लिए चुना था। कावेरी कर्नाटक और तमिलनाडु के दक्षिणी राज्यों से होकर बहने वाली प्रमुख भारतीय नदियों में से एक है। नदी क्षेत्र के लोगों के लिए पवित्र है और देवी कावेरीअम्मा (मां कावेरी) के रूप में पूजा की जाती है।
इसे भी पढ़ें: जम्मू : सुरक्षा बलों ने सांबा, पुंछ में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास नए सिरे से तलाशी अभियान शुरू किया
दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी
साउथ चाइना सी क्षेत्र में कई आइलैंड्स और इलाकों पर चीन, मलयेशिया, फिलिपींस और वियतनाम के बीच कई अनसुलझे दावे हैं। इनमें सबसे ताकतवर चीन अपना दवदवा सावित करने के लिए उकसावे भरी कार्रवाई करता रहता है। फिलिपींस के पोतों पर इस साल कई वार वॉटर कैनन से हमले किए गए। भारत-फिलिपींस के वीच अभ्यास से भी चीन वेचैन है। इस इलाके में चीन कई रनवे और बंदरगाह भी डिवेलप कर रहा है। समुद्री व्यापार के लिए एक चौराहे के रूप में यह सागर काफी अहम है। हालांकि, चीन जानता है कि अगर वह एकतरफा अभियान शुरू करेगा तो यह उसकी वैश्विक स्थिति पर असर डालेगा।
रेड सी में संग्राम
इजरायल पर दबाव बनाने के लिए लाल सागर में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की गतिविधियां बढ़ गई है। ये इस क्षेत्र से मुजर रहे जहाजों पर ड्रोन और मिखइलों से हमले कर रहे है। लाल सागर मिस्र, सऊदी अरब, यमन, सूडान, इरीट्रिया और जिबूती से लगता है। कुछ अरब देशों के कुल निर्यात का 90 से 100 प्रतिशत तक इसी रूट से होत है। यह भारत के लिए भी अहम है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब और इसाइल के साथ इस मुद्दे को उठाया है।
अमेरिकी आसमान में उड़ता चीनी गुब्बारा
28 जनवरी से 4 फरवरी 2023 तक अमेरिका और कनाडा के आसमान में चीनी गुब्बारे उड़ने की खबर दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गई। इन हाई-एल्टीट्यूड गुब्बारों को चीन के जासूसी गुब्बारे बताया गया और अमेरिका ने कुछ को मार गिराया। इसी तरह के चीनी जासूसी गुब्बारे 40 अन्य देशों के ऊपर भी देखे गए थे। इस घटना के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकेन ने अपनी बीजिंग चीनी यात्रा स्थगित कर दी थी। कनाडा ने इस संबंध में चीनी राजदूत को समन भेजा था। यह पहली बार नहीं था जब चीन ने संयुक्त राज्य अमेरिका को जासूसी गुब्बारे भेजे थे। नाम न छापने की शर्त पर बात करने वाले एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि गुब्बारे ने सैन्य या शारीरिक खतरा पैदा नहीं किया और इसका मकसद खुफिया जानकारी एकट्ठा करना था।
इमरान खान को जेल
आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान में सियासी ड्रामा भी अपने चरम पर पहुंच गया जब क्रिकेटर से सियासतदां और फिर मुल्क के प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने वाले राजनेता इमरान खान को वहां की पुलिस धक्का देते हुए ले गई। फिर क्या था पाकिस्तान की सेना और इमरान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। दंगों की आग से पूरा देश झुलस उठा। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुसीबतें 2023 में काफी बढ़ी। इस साल पाकिस्तान की एक स्पेशल कोर्ट ने अल-कादिर ट्रस्ट से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। ये मामला करीब 5000 करोड़ रुपये के लेन देन से जुड़ा है, जिसे ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी ने एक पाकिस्तानी कारोबारी से वसूलने के बाद पाकिस्तान ट्रांसफर किया था। इमरान खान तोशखाना भ्रष्टाचार मामले में भी दोषी करार दिए जा चुके हैं और 5 अगस्त से जेल में बंद है।
अन्य न्यूज़