India-Canada Tensions: ये बेहद चिंताजनक, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंदिर पर हमले को लेकर ट्रूडो सरकार को घेरा
पिछले महीने कैनबरा में दो हिंदू मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई थी। इस घटना के बाद ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने भारतीय समुदाय के सदस्यों के लिए परेशान करने वाला बताया था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पूरे ऑस्ट्रेलिया में लोगों को सुरक्षित और सम्मानित होने का अधिकार है, लोगों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का भी अधिकार है, लोगों को शांतिपूर्वक अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। हम उसके और हिंसा, घृणा या बर्बरता को बढ़ावा देने के बीच एक रेखा खींचते हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने को कहा कि कनाडा में एक हिंदू मंदिर में हुई तोड़फोड़ बेहद चिंताजनक है। आधिकारिक यात्रा के दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई राजधानी कैनबरा में संवाददाताओं से कहा कि कनाडा के हिंदू मंदिर में कल जो हुआ वह स्पष्ट रूप से बेहद चिंताजनक था। यह घटना ओटावा द्वारा कनाडा में 2023 में एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या से जोड़कर छह भारतीय राजनयिकों को निष्कासित करने के कुछ सप्ताह बाद हुई। कनाडा ने भारत सरकार पर कनाडा में दक्षिण एशियाई असंतुष्टों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने का आरोप लगाया है, जिससे नई दिल्ली इनकार करती है। इस घटना से कनाडा और भारत तथा सिख अलगाववादियों और भारतीय राजनयिकों के बीच तनाव बढ़ गया है।
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पिछले महीने कैनबरा में दो हिंदू मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई थी। इस घटना के बाद ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने भारतीय समुदाय के सदस्यों के लिए परेशान करने वाला बताया था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पूरे ऑस्ट्रेलिया में लोगों को सुरक्षित और सम्मानित होने का अधिकार है, लोगों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का भी अधिकार है, लोगों को शांतिपूर्वक अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। हम उसके और हिंसा, घृणा या बर्बरता को बढ़ावा देने के बीच एक रेखा खींचते हैं।
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वोंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने सिख अलगाववादियों को निशाना बनाने पर कनाडा के आरोपों के बारे में भारत को अपने विचार व्यक्त किए थे और कैनबरा कनाडा की न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान करता है। जयशंकर ने कहा कि यह अस्वीकार्य है कि भारतीय राजनयिकों को कनाडा द्वारा निगरानी में रखा गया है।
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