उत्तर और दक्षिण कोरिया में विस्‍फोटक हालात! दागे जा रहे मिसाइल और गोला-बारूद, क्षेत्र में तनाव और बढ़ा

Missiles
ANI
रेनू तिवारी । Oct 14 2022 3:59PM

उत्तर कोरिया ने समुद्र की दिशा में एक और बैलिस्टिक मिसाइल और 170 राउंड गोला-बारूद दागे। उसने दक्षिण कोरिया से सटी तनावपूर्ण सीमा के पास युद्धक विमान भी उड़ाए, जिससे हाल ही में उत्तर कोरिया के हथियारों के परीक्षण से क्षेत्र में उत्पन्न तनाव और बढ़ गया।

सियोल। विचारधारा के अनुसार दो हिस्सों में बंटा कोरियाई प्रायद्वीप एक दूसरे का कट्टर विरोधी हैं। जहां उत्तर कोरिया रूस और चीन का समर्थन करता है वहीं इसके विपरीत दक्षिणी कोरिया एक तरह से अमेरिका से प्रभावित हैं। यहां के नेशनल मुद्दे और राजनीति में भी अमेरिकी हस्ताक्षेप रहता है। अगर जियो पॉलिटिक्स की नजर से देखा जाए तो अमेरिका उत्तर कोरिया का विरोध करता है क्योंकि वह रूस का समर्थक हैं। वहीं दक्षिण कोरिया अमेरिका का नजदीकी माना जाता है इस लिए रूस इसकी अलोचना करता हैं। दोनों देश सीमा साझा करने के बावजूद एक-दूसरे के दुश्मन हैं। उत्तर कोरिया के द्वारा बार बार दक्षिणी कोरिया को युद्ध के लिए उकसाने का काम किया जाता हैं। दक्षिण कोरिया के सागर के पास उत्तर कोरिया बैलास्टिक मिलाइल का परिक्षण करता हैं। जपान जैसे देशों के उपर से मिसाइल के लिए रास्ता बनाता है। ऐसे में उत्तर कोरिया इस तरह की हरकतें करने के कारण कई सारे प्रतिबंधों का सामना कर रहा हैं। 

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तामाम प्रतिबंधों के बावजूद भी उत्तर कोरिया बाज नहीं आ रहा है।  जहां पूरी दुनिया में यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध ने बुरा प्रभाव डाला है लेकिन मानों ऐसा लग रहा है कि उत्तर कोरिया को इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ रहा है वह पिछले काफी समय से आग में घी डालने जैसा काम कर रहा हैं। उत्तर कोरिया ने समुद्र की दिशा में एक और बैलिस्टिक मिसाइल और 170 राउंड गोला-बारूद दागे। उसने दक्षिण कोरिया से सटी तनावपूर्ण सीमा के पास युद्धक विमान भी उड़ाए, जिससे हाल ही में उत्तर कोरिया के हथियारों के परीक्षण से क्षेत्र में उत्पन्न तनाव और बढ़ गया। उत्तर कोरिया का यह कदम बताता है कि वह विरोधियों से रियायत पाने के लिए हथियारों का परीक्षण कर युद्ध का भय दिखाने के अपने पुराने पैंतरे को आजमा रहा है। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान जारी कर कहा कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से स्थानीय समयानुसार शुक्रवार देर रात एक बजकर 49 मिनट पर कम दूरी की एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई, जो देश के पूर्वी समुद्री क्षेत्र में जाकर गिरी। 25 सितंबर से हथियार परीक्षण गतिविधियां फिर से शुरू करने के बाद से यह उत्तर कोरिया का 15वां मिसाइल प्रक्षेपण है।

 

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उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा था कि उसके द्वारा हाल-फिलहाल में आजमाई गई मिसाइलें दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी ठिकानों पर परमाणु हमले करने में सक्षम हैं। उसने कहा था कि ये परीक्षण अमेरिका और दक्षिण कोरिया द्वारा एक अमेरिकी विमानवाहक पोत के जरिये क्षेत्र में किए गए ‘‘खतरनाक’’ सैन्य अभ्यास का जवाब थे। खबरों के मुताबिक, हालिया मिसाइल परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया ने अपने पश्चिमी तट से 130 और पूर्वी तट से 40 राउंड गोले दागे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने संवाददाताओं से कहा कि उत्तर कोरिया की उकसावे भरी कार्रवाई ‘‘लगातार बढ़ती’’ जा रही है, लेकिन उनके देश में बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई करने की क्षमता है, जो उत्तर कोरिया के वास्तविक हमलों को कुछ हद तक रोक सकती है।

 

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के मेजर जनरल कांग हो पिल ने बाद में टेलीविजन पर दिए बयान में कहा कि दक्षिण कोरिया ने ‘‘उत्तर कोरिया को अपने हथियारों के परीक्षण को तुरंत रोकने के लिए एक कड़ी चेतावनी’’ जारी की है। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के पास उत्तर कोरिया की किसी भी उकसावे भरी कार्रवाई पर ‘‘कड़ी प्रतिक्रिया’’ देने की क्षमता है। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों और मिसाइल कार्यक्रम के वित्तपोषण के लिए अवैध गतिविधियों में शामिल होने के संदेह में 15 उत्तर कोरियाई नागरिकों और 16 संगठनों पर प्रतिबंध लगाए हैं।

 

जापान के रक्षा मंत्री यासुकाजू हमादा ने कहा, ‘‘जो कुछ भी इरादा हो, लेकिन उत्तर कोरिया का बार-बार बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण करना बिल्कुल अस्वीकार्य है और हम मिसाइल प्रौद्योगिकी में उत्तर कोरिया की प्रगति को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।’’ अमेरिकी हिंद-प्रशांत कमान ने एक बयान में कहा कि उत्तर कोरियाई प्रक्षेपण से अमेरिकी कर्मियों या क्षेत्र या उसके सहयोगियों के लिए तत्काल खतरा नहीं है और दक्षिण कोरिया एवं जापान की रक्षा के लिए अमेरिकी प्रतिबद्धताएं बनी हुई हैं।

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