राज्य के चुनावों के चलते हुई मोदी की अमेरिका यात्रा में देरी: ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस साल की शुरूआत में ही व्हाइट हाउस आना था लेकिन राज्यों में चुनावों के कारण उनकी यात्रा में देरी हुई।
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस साल की शुरूआत में ही व्हाइट हाउस आना था लेकिन राज्यों में चुनावों के कारण उनकी यात्रा में देरी हुई। ट्रंप व्हाइट हाउस के ऐतिहासिक ब्लू रूम में मोदी के साथ औपचारिक रात्रिभोज के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा, 'क्या आप जानते हैं, कि प्रधानमंत्री अलग समय पर यहां आने वाले थे लेकिन हमें यह समय निर्धारित करना पड़ा क्योंकि भारत के एक हिस्से में चुनाव थे।'
उन्होंने भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राज्यों में से एक उत्तर प्रदेश का संदर्भ देते हुए कहा, 'और वह महज एक छोटा सा हिस्सा है।' ट्रंप ने कहा, 'लेकिन हमने कहा कि यह विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश है और वह भारत का एक छोटा हिस्सा है। मेरे हिसाब से यह अच्छा दिन है। आपको यहां पाकर अच्छा लगा।' उनके जवाब में मोदी ने कहा कि सबसे अच्छी बात यह रही कि उन चुनावों में 'हमारी पार्टी जीत गई'। मोदी ने कहा, 'कई साल बाद, राज्य विधानसभा में हमें तीन चौथाई बहुमत मिला।' उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 403 सीटों में से 300 से अधिक सीटें जीतकर भारी जीत हासिल की थी। भाजपा की जीत को शानदार जीत बताते हुए ट्रंप ने कहा, 'आप भारी अंतर से जीते।'
विदेश सचिव एस जयशंकर से जब इस देरी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यात्रा की तारीखों को कभी भी औपचारिक रूप नहीं दिया गया था। उन्होंने कहा, 'जैसा कि आप जानते ही हैं, प्रधानमंत्री चुनावों में बेहद व्यस्त थे। यहां सवाल हमारे दोस्तों के बीच यात्रा की योजना बनाने और उसे साझा कलैंडर के अनुरूप रखने का था। यह तारीख 26 जून रखी जा सकी। यदि सुविधा होती तो इसे एक हफ्ते पहले या एक हफ्ते बाद भी रखा जा सकता था। मुझे लगता है कि इसमें मुख्य बात सुविधा की ही थी, और किसी चीज की नहीं।' रात्रिभोज के मौके पर मौजूद मेहमानों में प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप, ट्रंप के दामाद जेयर्ड कुशनेर, रक्षा मंत्री जेम्स मेटिस, विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन, वाणिज्य मंत्री विल्बर रोस, ऊर्जा मंत्री रिक पेरी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मैक मास्टर शामिल थे। वहीं, भारतीय पक्ष से जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और भारतीय राजदूत नवतेज सरना वहां मौजूद थे।
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