घरेलू मुश्किलों ने जॉनसन की कूटनीतिक यात्रा के दौरान भी उनका पीछा नहीं छोड़ा
जॉनसन यूक्रेन में रूसी सैनिकों की तैनाती को लेकर नाटो का संकल्प प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन, उन्हें लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाली सरकारी पार्टियों को लेकर पुलिस की जांच से जुड़े सवालों का सामना करना पड़ा। इन पार्टियों ने सत्ता पर उनकी पकड़ को हिलाकर रख दिया है।
लंदन| ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जब बृहस्पतिवार को बेल्जियम और पोलैंड की अपनी कूटनीटिक यात्रा पर पहुंचे तो भी घरेलू स्तर पर मौजूद मुश्किलों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। इस यात्रा का मकसद रूस पर यूक्रेन के पास उसकी सैन्य तैनाती में कमी लाने का दबाव बनाना है।
जॉनसन यूक्रेन में रूसी सैनिकों की तैनाती को लेकर नाटो का संकल्प प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन, उन्हें लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाली सरकारी पार्टियों को लेकर पुलिस की जांच से जुड़े सवालों का सामना करना पड़ा। इन पार्टियों ने सत्ता पर उनकी पकड़ को हिलाकर रख दिया है।
पूर्व कंजर्वेटिव प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने एक बहस के दौरान जॉनसन पर यह कहते हुए निशाना साधा कि सरकार नियमों और सच्चाई की अवहेलना कर लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा रही है और इससे दुनियाभर में ब्रिटेन की साख गिर रही है।
लंदन में मेजर ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और अधिकारियों ने लॉकडाउन से जुड़े नियमों का उल्लंघन किया। उन्होंने बेशर्मी से बहाने दिए। जनता से हर रोज अविश्वसनीय चीजों पर विश्वास करने के लिए कहा गया।’’
मेजर ने आरोप लगाया कि जॉनसन और उनकी सरकार में शामिल लोगों का मानना था कि ‘उन्हें और अकेले उन्हें ही नियमों का पालन करने की जरूरत नहीं है।’
लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस प्रधानमंत्री के 10 डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय और अन्य सरकारी भवनों में उस अवधि में आयोजित एक दर्जन पार्टियों की जांच कर रही है, जब ब्रिटेन कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू प्रतिबंधों के अधीन था।
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