खैबर पख्तूनख्वा में शिया, सुन्नी समुदायों के बीच हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 124 हुई

Khyber Pakhtunkhwa
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जिले में अलीजाई और बागान समुदायों के बीच संघर्ष 22 नवंबर को शुरू हुआ था। इससे एक दिन पहले पाराचिनार के पास यात्री गाड़ियों के काफिले पर हमला हुआ था जिसमें 47 लोग मारे गए थे।

पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में संघर्ष विराम समझौते के बावजूद शिया और सुन्नी समूहों के बीच गोलीबारी जारी रहने के बीच खुर्रम कबायली सांप्रदायिक हिंसा में शनिवार को दो और लोगों की मौत हो गई।

इसी के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 124 हो गई है। प्राधिकारियों ने बताया कि पिछले 10 दिन से जारी सांप्रदायिक हिंसा में 170 से अधिक लोग घायल हुए हैं। प्रांत के गवर्नर फैसल करीम कुंडी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर को अशांत क्षेत्र का व्यक्तिगत रूप से दौरा करने का प्रस्ताव दिया।

जिले में अलीजाई और बागान समुदायों के बीच संघर्ष 22 नवंबर को शुरू हुआ था। इससे एक दिन पहले पाराचिनार के पास यात्री गाड़ियों के काफिले पर हमला हुआ था जिसमें 47 लोग मारे गए थे।

गंभीर रूप से घायल हुए कई यात्रियों ने बाद में दम तोड़ दिया, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 57 हो गई थी। बागान बाजार क्षेत्र से शुरू हुई हिंसा में पिछले दो दिनों में कम से कम 37 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए।

यह हिंसा बालिशखेल, खार, काली, जुंज अलीजई और मकबल जैसे अन्य हिस्सों में फैल गई। सरकार ने शिया और सुन्नी समुदायों के बीच गत रविवार को सात दिन का संघर्ष विराम कराया था। बाद में इसे बढ़ाकर 10 दिन कर दिया गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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