India-China Tension: भारत-अमेरिका रक्षा सौदे से टेंशन में आया चीन, करने लगा क्षेत्रीय शांति की बात
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि राज्यों के बीच सैन्य सहयोग क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर नहीं करना चाहिए। किसी तीसरे पक्ष को निशाना नहीं बनाना चाहिए या किसी तीसरे पक्ष के हितों को भी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका उस समय के बीच रक्षा और उच्च तकनीक व्यापार में आगे बढ़ने की दिशा में कई कदम बढ़ाए हैं। दोनों देशों के बीच कई बड़ी बिजनेस डील हुई है। इससे परेशान चीन ने प्रासंगिक देशों से सुरक्षा के क्षेत्र में क्षेत्रीय देशों के बीच आपसी विश्वास के लिए अनुकूल तरीके से कार्य करने का आह्वान किया है। चीन ने कहा कि देशों के बीच सहयोग से न तो क्षेत्रीय शांति-स्थिरता को कमजोर किया जाना चाहिए, और न ही किसी तीसरे पक्ष को निशाना बनाया जाना चाहिए।
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चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि राज्यों के बीच सैन्य सहयोग क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर नहीं करना चाहिए। किसी तीसरे पक्ष को निशाना नहीं बनाना चाहिए या किसी तीसरे पक्ष के हितों को भी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। चीन की ये प्रतिक्रिया भारत और अमेरिका के बीच कई रक्षा और वाणिज्यिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने के कुछ दिन बाद आई है।
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प्रवक्ता से पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा पर सवाल किया गया था। गौरतलब है कि अमेरिका से मिलने वाले 31 प्रिडेटर ड्रोन में से 15 नौसेना के दिए जाएंगे। नौसेना इनका इस्तेमाल समुद्र में चीन पर निगरानी के लिए करेगी।
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