US बनेगा Crypto कैपिटल? डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद क्यों आसमान छूने लगा Bitcoin, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अमेरिका में क्या है कानून
बिटक्राइन बल्कि दूसरी टॉप क्रिप्टोकरेंसी भी रफ्तार पकड़े हुए है। इनमें कारडानो और डॉजकॉइन शामिल हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि डोनाल्ड ट्रंप की जीत और क्रिप्टो मार्केट में तेजी का क्या कनेक्शन है?
क्रिप्टोकरेंसी बिटक्राइन ने पहली बार 80,000 डॉलर का स्तर पार कर लिया। खास बात ये है कि अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की धमाकेदार जीत के बाद अचानक क्रिप्टो बाजार में बहार आ गई। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार 10 नवंबर को क्रिप्टो बिटक्राइन जोरदार 4.7 % की उछाल के साथ 80,092 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। बिटक्राइन की कीमत बढ़ने का सिलसिला अभी भी जारी है। इसका भाव 81,000 डॉलर के करीब बढ़ रहा है। न केवल बिटक्राइन बल्कि दूसरी टॉप क्रिप्टोकरेंसी भी रफ्तार पकड़े हुए है। इनमें कारडानो और डॉजकॉइन शामिल हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि डोनाल्ड ट्रंप की जीत और क्रिप्टो मार्केट में तेजी का क्या कनेक्शन है?
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कभी बिटक्राइन को करेंसी मानने से किया था इनकार
आपको बता दें कि राष्ट्रपति पद पर रहने हुए डोनाल्ड ट्रंप ने बिटक्राइन को करेंसी मानने से इनकार कर दिया था। क्रिप्टोकरेंसी की आलोचना करते हुए कभी उन्होंने कहा था कि इसमें ज्यादा उतार चढ़ाव है। हालांकि अब इस चुनावी कैंपेन में ट्रंप का रुख बदला हुआ नजर आया। अपने कैंपेंन में डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में लौटने पर अमेरिका को 'बिटकॉइन सुपरपावर' बनाने का वादा किया था। इसके साथ ही उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री के लिए रेगुलेटरी गाइडलाइंस तैयार कराएंगे और इस काम के लिए एक एडवाइजरी काउंसिल नियुक्त करेंगे। बिटकॉइन 2024 कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने क्रिप्टोकरेंसी के समर्थन में कई सारे बयान भी दिए थे। उन्होंने कहा था कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि संयुक्त राज्य अमेरिका की दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी कैपिटल और बिटकॉइन सुपरपावर के रूप में पहचान हो, मैंने अपनी प्लानिंग कर दी है। दरअसल, अपने पूरे चुनावी अभियान में ट्रंप ने डिजिटल एसेट स्पेस में अमेरिका को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया था।
ट्रंप के कार्यकाल में 3900 फीसदी का रिटर्न
ट्रंप के कार्यकाल यानी 20 जनवरी 2017 से लेकर 20 जनवरी 2021 तक दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्राइन की कीमत में करीब 40 गुना इजाफा देखने को मिला था। जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने तो बिटक्राइन के दाम 892.9 डॉलर पर थे। लेकिन जब ट्रंप ने 20 जनवरी 2021 को अपना पद छोड़ा तो बिटक्राइन की कीमत 35,476 डॉलर थी। यानी बिटक्राइन के निवेशकों को 3900 फीसदी रिटर्न मिला। वहीं बाइडेन के कार्यकाल में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट और बिटकॉइन में सिर्फ 70 फीसदी की तेजी देखने को मिली।
क्रिप्टो को लेकर ट्रंप के मन में क्या है?
ट्रम्प ने क्रिप्टोकरेंसी पर एक अनूठा दृष्टिकोण दिखाया है, जिसमें अमेरिका के रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व के समान राष्ट्रीय बिटकॉइन रिजर्व बनाने जैसे अस्थायी विचार शामिल हैं। ट्रंप की प्रस्तावित नीतियों में बिटक्राइन रिजर्व तैयार करना और इंडस्ट्री ग्रोथ के लिए रेग्युलेटर्स की नियुक्ति करना शामिल है। उन्होंने सुरक्षा उपाय के रूप में बिटकॉइन को अमेरिका की अंदरुनी आवश्यकता बताया। अगस्त में ट्रम्प ने कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी भविष्य को परिभाषित कर सकती है। अपनी प्रो-क्रिप्टो स्थिति में व्यक्तिगत वित्तीय हित जोड़ते हुए ट्रम्प ने सितंबर में वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल नामक एक क्रिप्टो उद्यम लॉन्च किया। आपको बता दें कि साल 2024 में अब तक बिटक्राइन में 90 फीसदी इजाफा देखने को मिला है।
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क्रिप्टो बाजार कैसे बदल गया है
चुनाव के दिन से बिटकॉइन में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। क्रिप्टो बाजार में एक अन्य बड़े प्लेयर एथेरियम 3,000 डॉलर के स्तर पर टूटने के बाद 32 प्रतिशत बढ़कर 3,203.10 डॉलर हो गया है। समानांतर में प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस में पिछले सप्ताह 48 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो जनवरी 2023 के बाद से इसका सबसे अच्छा आंकड़ा है। फ्रांसीसी क्रिप्टो विश्लेषक स्टीफन इफ्रा ने एएफपी को बताया कि बिटकॉइन नए मील के पत्थर तक पहुंचने की उम्मीद करता है कि अभूतपूर्व नियामक बदलाव के कारण यह अगले वर्ष के भीतर $ 100,000 तक पहुंच सकता है।
अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर क्या है कानून
अमेरिका में बिटक्राइन और दूसरे क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कानूनी हैं। लेकिन इनके उपययोग को लेकर काफी सख्त नियम बनाए गए हैं।
1. अमेरिका में बिटक्राइ और दूसरे क्रिप्टोकरेंसी को कॉमोडिटी फ्यूचर्स कमीशन (सीएफटीसीः और फाइनेंसियल क्राइम एनफोर्समेंट नेटवर्क द्वारा सुरक्षा की बजाए वर्चुअल करेंयी या कॉमोडिटी माना जाता है।
2. सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने इसको लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि किसी भी क्रिप्टोकरेंसी को कब सिक्योर माना जा सकता है।
3. इंटरनल रेवेन्यू सर्विस क्रिप्टोकरेंसी को प्रॉपर्टी मानती है। इसका सीधा सा मतलब है कि अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी कैपिटल गेन टैक्स के अधीन आती है।
4. अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेजों और दूसरे बिजनेस को एंटी मनी लॉन्ड्रिंग व नो योर कस्टमर (केवाईसी) नियमों का पालन करना होता है।
5. अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी नियमों को और स्पष्ट करने के प्रयास भी चल रहे हैं।
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