पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल बोले- कर्ज की अदला-बदली पर चीन से न तो अनुरोध किया और न ही बातचीत की
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि सरकार ने देश में बाढ़ से हुई भारी तबाही के बावजूद ऋण के पुनर्गठन और अदला-बदली को लेकर न तो चीन से कोई अनुरोध किया है और न ही कोई बातचीत की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि सरकार ने देश में बाढ़ से हुई भारी तबाही के बावजूद ऋण के पुनर्गठन और अदला-बदली को लेकर न तो चीन से कोई अनुरोध किया है और न ही कोई बातचीत की है। समाचार पत्रिका ‘फॉरेन पॉलिसी’ को दिए एक साक्षात्कार के दौरान बिलावल ने कहा कि अगर पाकिस्तान को चीन से संपर्क करना है, तो वह अपनी शर्तों पर करेगा।
उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘यदि चीन के साथ हमारी बातचीत होती है, तो वह पाकिस्तान और चीन के बीच ही होनी चाहिए, किसी और को हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चीन के साथ संपर्क बने रहना चाहिए। जब भी हमारी यह बातचीत होगी, यह हमारे और चीन के बीच होगी।’’ गौरतलब है कि अमेरिका ने हाल में पाकिस्तान से चीन से कर्ज माफी के लिए अनुरोध करने को कहा था। पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ के कारण जून के मध्य से अब तक 1,666 लोगों की मौत हो चुकी है।
चीन-पाकिस्तान संबंधों पर, उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद ने बीजिंग की ओर उस वक्त दोस्ती का हाथ बढ़ाया था, जब किसी और ने ऐसा नहीं किया था। उन्होंने कहा, अब, हर कोई चीन के साथ दोस्ती करना चाहता है।’’ बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान चीन और अमेरिका के बीच एक सेतु की भूमिका निभाना चाहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने पहले भी चीन और अमेरिका के बीच एक सेतु की भूमिका निभाई थी, जिसके परिणामस्वरूप दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध बने।’’
बिलावल ने कहा, भू-राजनीतिक विभाजन के इस समय में, मैं जलवायु परिवर्तन के लिए एक साथ काम करने के लिए इन दो महान शक्तियों को एकजुट करके एक सेतु की भूमिका निभाऊंगा। विदेश मंत्री ने कहा, अमेरिका और चीन दोनों के मित्र के रूप में पाकिस्तान की सकारात्मक भूमिका इस (जलवायु परिवर्तन) मोर्चे पर सहयोग को प्रोत्साहित कर सकती है।
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