Liver Health: फैटी लिवर की समस्या से बचने के लिए डाइट में शामिल करें 2 मौसमी सब्जियों का जूस
फैटी लिवर के कई ग्रेड होते हैं और यदि आपको ग्रेड 1 फैटी लिवर है। तो आपको अपनी लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करने की जरूरत है। जिससे कि इसके लक्षणों को रिवर्स किया जा सके।
आपको बता दें कि लिवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। लेकिन जब लिवर में चर्बी जमा होने लगती है, तो फैटी लिवर की शिकायत होती है। वहीं समय रहते यदि इस समस्या पर ध्यान न दिया जाए, तो आगे चलकर यह लिवर सिरोसिस में भी बद सकती है। अक्सर हमारे खान-पान और लाइफस्टाइल की गलत आदतें फैटी लिवर का कारण होता है। ऐसे में डाइट में बदलाव कर इसको रिवर्स किया जा सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको सर्दियों में मिलने वाली ऐसी 2 सब्जियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका जूस लिवर हेल्थ में सुधार करने और फैटी लिवर के लक्षणों को कम करने में भी मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ें: Nutrition in Winter: सर्दियों में हेल्दी रहने के लिए जरुरी हैं यह विटामिन, इम्यूनिटी होगी मजबूत
चुकंदर का जूस
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो फैटी लिवर के लक्षणों को कम करने, लिवर को डिटॉक्स करने और लिवर हेल्थ को सुधारने के लिए चुकंदर का जूस किसी टॉनिक से कम नहीं है।
चुकंदर में विटामिन्स और मिनरल्स पाया जाता है, जो लिवर को डिटॉक्स करता है और फैटी लिवर के लक्षणों को भी कम करता है।
वहीं चुकंदर में बीटाइन भी पाया जाता है और यह लिवर के लिए भी फायदेमंद होता है। चुकंदर का जूस पीने से शरीर में खून की कमी नहीं होती है।
एक्सपर्ट की मानें, तो चुकंदर अपनी गुणों से लिवर की नई कोशिकाओं का निर्माण करने में मदद करता है। जब लिवर जल्दी नई कोशिकाएं बनाने लगता है, तो यह जल्दी ठीक होता है और फैटी लिवर की समस्या कम होती है।
चुकंदर में मौजूद कंपाउंड लिवर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है और नेचुरल डिटॉक्सिफिकेशन में भी मदद करता है।
आप रोजाना चुकंदर का जूस पीकर लिवर हेल्थ में सुधार ला सकते हैं।
गाजर का जूस
गाजर में विटामिन ए पाया जाता है और यह शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करता है। बता दें कि यह लिवर हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।
गाजर के जूस में नींबू और अदरक का जूस मिलाकर पीने से लिवर हेल्थ में सुधार होता है।
गाजर में बीटा-कैरोटीन पाया जाता है। यह शरीर में विटामिन ए में बदलता है और फैटी लिवर के लक्षणों को कम करने में मददगार होता है।
इसके साथ ही गाजर का जूस लिवर डैमेज के रिस्क को कम करता है।
गाजर का जूस लिवर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को भी कम करने में मददगार है और इससे डाइजेशन में भी सुधार होता है।
अन्य न्यूज़