फूड एडिक्शन से निजात पाने के लिए अपनाएं यह उपाय
यह सच है कि एक दिन में ही आपके लिए अपनी आदत को बदल पाना लगभग असंभव है। लेकिन आप छोटे−छोटे कदमों से इसकी शुरूआत कर सकते हैं। मसलन, अगर आप दिन में तीन बार जंक फूड खाते हैं तो शुरूआत में उसे दो तक सीमित करें।
अमूमन शरीर की पोषक संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए हम सभी भोजन करते हैं। लेकिन कभी−कभी कुछ लोग अपने जीभ को संतुष्ट करने के लिए बाजारी भोजन व जंक फूड का सहारा लेते हैं। धीरे−धीरे यह उनका एडिक्शन बन जाता है और फिर इस फूड एडिक्शन से निजात पाना काफी मुश्किल हो जाता है। जो लोग किसी खास तरह के फूड एडिक्ट होते हैं, उन्हें हर दिन उस भोजन को खाने की इच्छा होती है और ऐसे में वह खुद को रोक नहीं पाते। लेकिन लगातार अनहेल्दी और जंक फूड का सेवन उनके स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचाता है। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप इस फूड एडिक्शन से निजात पा सकते हैं−
इसे भी पढ़ें: सूरजमुखी के तेल से सेहत को मिलते हैं यह बेमिसाल फायदे
बदलें अपनी आदत
यह सच है कि एक दिन में ही आपके लिए अपनी आदत को बदल पाना लगभग असंभव है। लेकिन आप छोटे−छोटे कदमों से इसकी शुरूआत कर सकते हैं। मसलन, अगर आप दिन में तीन बार जंक फूड खाते हैं तो शुरूआत में उसे दो तक सीमित करें। जब आपको दो बार जंक फूड खाना सहज लगने लगे तो फिर आप एक बार पर आ जाएं। इस तरह, धीरे−धीरे अपनी आदत बदलकर आप इस एडिक्शन से निजात पा सकते हैं।
समझें अपनी क्रेविंग
अपनी क्रेविंग पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि पहले आप उसे अच्छी तरह समझें। मसलन, अगर आपको लेट नाइट कुछ खाने की इच्छा होती है। तो ऐसे में आप डिनर में ही कुछ हेल्दी व पौष्टिक आहार लें। इसी तरह, अगर आपको कार्ब्स खाना अच्छा लगता है तो आप उसे रात की जगह दोपहर में लेने की कोशिश करें।
इसे भी पढ़ें: इन सभी समस्याओं को दूर करता है अजवाइन, आप भी करें इस्तेमाल
सपोर्ट सिस्टम
हो सकता है कि आपके खुद के लिए अपने फूड एडिक्शन से पार पाना संभव ना हो। इसलिए आप इसके लिए किसी सपोर्ट सिस्टम को ढूंढ सकते हैं। मसलन, आप अपने किसी अच्छे मित्र के साथ व्यायाम करें। जहां व्यायाम करने से सेरोटोनिन यानी हैप्पी हार्मोन रिलीज होता है, जिससे आपके लिए अपने कंफर्ट फूड के एडिक्शन से बाहर निकलना आसान हो जाता है। इसके अलावा, जब आप अपने मित्र के साथ मिलकर एक्सरसाइज करते हैं तो ऐसे में आपको भावनात्मक रूप से एक सपोर्ट मिलता है। साथ ही जब आप धीरे−धीरे खुद को फिट होते हुए देखते हैं, तो उससे भी आपका मन अनहेल्दी व जंक फूड खाने का करता ही नहीं है।
मिताली जैन
अन्य न्यूज़