Periods Missing Reason: प्रेग्नेंसी ही नहीं इस वजह से भी मिस हो सकते हैं पीरियड्स, जानिए क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स
महिलाओं को पीरियड मिस होने को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। क्योंकि यह आपके अंदर पनप रही किसी गंभीर बीमारी की ओर संकेत हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर 21-30 दिनों के बीच पीरियड साइकिल रहता है तो इसे नॉर्मल माना जाता है। वहीं हर महिला की पीरियड साइकिल अलग-अलग हो सकता है।
महिलाओं में एक या दो दिन पीरियड्स मिस होना आम बात है। लेकिन जब पीरियड्स ज्यादा लेट हो जाते हैं, तो यह चिंता का कारण बन जाता है। हांलाकि प्रेग्नेंसी के कारण भी ऐसा हो सकता है। लेकिन कई बार पीरियड्स प्रेग्नेंसी की वजह से मिस नहीं होते हैं। ऐसे में आपको सावधान होने की जरूरत होती है। क्योंकि कई गंभीर कारण भी पीरियड्स मिस होने की एक वजह हो सकती है। इसलिए पीरियड्स के मिस होने को कभी भी अनदेखा करने की गलती नहीं करनी चाहिए। क्योंकि पीरियड्स मिस होना आपके अंदर पनप रही किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी दे सकते हैं।
पीरियड्स में देरी कितना नॉर्मल
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर 21-30 दिनों के बीच पीरियड साइकिल रहता है तो इसे नॉर्मल माना जाता है। वहीं हर महिला की पीरियड साइकिल अलग-अलग हो सकता है। लेकिन अगर पिछले पीरियड्स के पहले दिन से 6 सप्ताह या उससे ज्यादा का समय हो गया है, तो इसका मतलब है कि आपके पीरियड्स मिस हो गए हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के हिसाब से आमतौर पर प्रेग्नेंसी की वजह से पीरियड्स मिस होते हैं। लेकिन अगर प्रेग्नेंसी की वजह से पीरियड्स मिस नहीं हुए हैं, तो इसके कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं इन कारणों के बारे में...
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स्ट्रेस
अगर आप लंबे समय से किसी बात को लेकर तनाव में ले रहे हैं। तो पीरियड्स के मिस होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में स्ट्रेस की वजह से आपकी पीरियड साइकिल प्रभावित हो सकती है। स्ट्रेस लेने की वजह से ना सिर्फ पीरियड साइकिल मिस हो सकती है बल्कि आपको गंभीर दर्द और और ऐंठन की समस्या भी हो सकती है।
वेट घटना
अगर ज्यादा एक्सरसाइज या फिर फिजिकल एक्टिविटी के कारण आपका वेट तेजी से घट रहा है। तो भी आपके पीरियड्स के मिस होने की संभावना बढ़ जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो फूड डाइट में बदलाव के कारण रिप्रोडक्टिव हार्मोन का लेवल काफी कम हो सकता है। इससे भी ओव्यूलेशन और पीरियड्स मिस हो सकते हैं या फिर देरी हो सकती है।
बर्थ कंट्रोल पिल्स
कई महिलाएं प्रेग्नेंसी से बचने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स लेती हैं। बता दें कि बर्थ कंट्रोल पिल्स के सेवन से ना सिर्फ महिलाओं के शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। बर्थ कंट्रोल पिल्स की वजह से भी कई बार पीरियड मिस हो जाते हैं। क्योंकि यह पिल्स प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन दोनों की वापसी की वजह बन जाता है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
महिलाओं में एक बहुत ही कॉमन प्रॉब्लम पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या PCOS है। एक हेल्थ रिपोर्ट के मुताबिक पीसीओएस वाली कई महिलाएं ओव्यूलेट नहीं कर पाती हैं। उन महिलाओं में एण्ड्रोजन का लेवल भी हाई होता है, वहीं ओवरी पर कई छोटे सिस्ट भी हो जाते हैं। आमतौर पर PCOS लेट पीरियड्स, इनफर्टिलिटी, इरेगुलर पीरियड्स, पिंपल्स, ज्यादा वजन आदि का कारण बनती है। PCOS की वजह से दिल संबंधी समस्याएं, एंडोमेट्रियल कैंसर, टाइप-2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और स्किन और बालों से जुड़ी दिक्कतों का खतरा भी होता है।
मोटापा
जैसा कि आप सभी को बता है कि मोटापा कई हेल्थ प्रॉब्लम्स की वजह बनता है। जिसका सामना महिलाओं और पुरुषों दोनों को करना पड़ता है। महिलाओं में मोटापा बढ़ने की वजह से भी पीरियड्स मिस होने की वजह बन सकती है। क्योंकि हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आपका वजन ज्यादा बढ़ गया है तो आपकी बॉडी एस्ट्रोजन की ज्यादा मात्रा में उत्पादन कर सकती है। यह महिलाओं में रिप्रोडक्टिव सिस्टम को कंट्रोल करने वाले हार्मोन में से एक है। शरीर में ज्यादा एस्ट्रोजन की मात्रा आपके पीरियड को प्रभावित कर सकती है।
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