Momos Side Effects: Momos खाने के शौकीन जरुर पढ़ें... ये डिश ले सकती है जान भी

momos
प्रतिरूप फोटो
Creative Commons licenses
रितिका कमठान । Jul 29 2023 5:37PM

शाम होने तक सड़कों पर कई जगहों पर मोमोज के स्टॉल दिखते है। मगर जितना इस डिश का क्रेज युवाओं में है ये सेहत पर उतनी ही घातक भी है। यहां तक की मोमोज की वजह से गोपालगंज में एक व्यक्ति की जान भी चली गई है, क्योंकि उसने मोमोज खाए थे।

मोमोज आज भारत भर में ऐसी डिश बन चुकी है जो हर जगह उपलब्ध होने लगी है। अपने शानदार टेस्ट के कारण नेपाल के पहाड़ों से निकलकर अब भारत के अधिकतर राज्यों के शहरों की गलियों में ये डिश पहुंच चुकी है। अधिकतर जगहों पर इसने अपने पैर पसार लिए है।

शाम होने तक सड़कों पर कई जगहों पर मोमोज के स्टॉल दिखते है। मगर जितना इस डिश का क्रेज युवाओं में है ये सेहत पर उतनी ही घातक भी है। यहां तक की मोमोज की वजह से गोपालगंज में एक व्यक्ति की जान भी चली गई है, क्योंकि उसने मोमोज खाए थे। युवक की मौत को लेकर डॉक्टरों ने बताया कि युवक की मौत के पीछे कारण सिर्फ मोमोज ही थे। दरअसल युवक ने काफी अधिक मोमोज खाए थे जिस कारण उसकी मौत हो गई है।

जानकारी के मुताबिक गोपालगंज में दोस्तो में शर्त लगी थी कि युवक को 150 मोमोज खाने होंगे। शर्त को पूरा करने के लिए युवक मोमोज खाने के दौरान ही सड़क पर  बेहोश होकर गिर गया। उसे लोग अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों को पता चला कि युवक के गले में मैदा और सब्जी फंस गया था और इस कारण युवक का गला चोक हो गया था। यही युवक की मौत का कारण भी बना।

गौरतलब है कि स्ट्रीट फूड के तौर पर मिलने वाले मोमोज अगर अधिक मात्रा में खाए जाएं तो ये व्यक्ति की सेहत को अधिक मात्रा में नुकसान पहुंचा सकते है। बता दें कि अगर कोई भी फूड जरुरत से अधिक मात्रा में खाया जाए तो शरीर की क्षमता पर असर कर सकता है। इससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ये शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई को रोक सकता है जिससे व्यक्ति की जान को खतरा हो सकता है। कई मामलों में देखा जाता है कि जब कोई व्यक्ति ओवर ईटिंग करता है तो सांस लेने में काफी परेशानी होती है। अधिक खाना खाने से मल्टीपल ऑर्गन फेलियर भी होता है, जिससे मौत हो सकती है।

जानें डिश के बारे में 

बता दें कि मोमोज 600 वर्ष पुरानी डिश है। आज के समय में मोमोज भले ही देश के कोने कोने में पहुंच चुका है मगर मूल रूप से ये अरुणाचल प्रदेश के मोनपा और शेरदुकपेन जनजाति के खान पान का अहम हिस्सा है। ये इलाका नेपाल और तिब्बत से बिलकुल लगा हुआ है। पारंपरिक तौर पर मोमोज को कीमा, मांस, आलू, लीक से मिलाकर तैयार करते है। हालांकि अब इसकी कई तरह की वैरायटी मार्केट में उपलब्ध है।

हो सकती है ये परेशानियां भी

रोज मोमोज खाना भी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होता है क्योंकि ये डायबिटीज होने का खतरा बढ़ाता है। मैदा खाने से डायबिटीज बढ़ सकती है। मोमोज का आटा बनाने में भी केमिकल का उपयोग होता है जिससे ये अधिक नुकसानदायक होती है।

पाइल्स की परेशानी

मोमोज में मैदा होने के कारण ये पाइल्स की परेशानी दे सकता है। मोमोज के साथ तीखी चटनी खाई जाती है जो सेहत के लिए अच्छी नहीं होती है। ऐसे में इसका सेवन करने से बचना चाहिए।

कब्ज की होगी दिक्कत

मोमोज खाने से कब्ज की परेशानी भी हो सकती है। इसके पीछे भी मुख्य कारण मैदा होता है, जो आंतों में चिपकता है। इसका रोज सेवन करने से बचना चाहिए।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़