Weight Lose Tips: वेट लॉस की जर्नी में Metabolic Adaptation बन रहा समस्या, तो ऐसे करें इससे डील

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कुछ लोग डाइटिंग के जरिए भी वेट लॉस करना शुरू करते हैं, लेकिन कई बार इससे हमारे शरीर को फायदे की जगह नुकसान होने लगता है। इस वजह से वजन कम होने के बजाय रुक भी सकता है।

हम सभी वेट लॉस के लिए कई तरीके अपनाते हैं। कुछ लोग एक्सरसाइज रिजीम को अच्छा बनाते हैं, तो कई डाइट फॉलो कर वेट लॉस करते हैं। वजन कम करने के लिए हेल्दी और सेफ डाइट को फॉलो करना बेहद जरूरी होता है। क्योंकि इससे आपके शरीर को सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स मिल पाते हैं। हालांकि कुछ लोग डाइटिंग के जरिए भी वेट लॉस करना शुरू करते हैं, लेकिन कई बार इससे हमारे शरीर को फायदे की जगह नुकसान होने लगता है।

इस वजह से वजन कम होने के बजाय रुक भी सकता है। इस स्थिति को मोटाबोलिक एडेप्टेशन कहा जाता है। ऐसे में अगर आप भी वेट लॉस के लिए डायटिंग का सहारा ले रहे हैं और आप मेटाबोलिक एडेप्टेशन की समस्या में फंस गए हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप इस समस्या से कैसे बाहर निकल सकते हैं।

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क्यों होता है मेटाबोलिक एडेप्टेशन

बता दें कि डाइटिंग के समय मेटाबोलिक एडेप्टेशन की स्थिति हो सकती है। जब हम डाइटिंग के दौरान कम खाना खाते हैं, तो इससे हमारे शरीर की एनर्जी नीड्स कम हो जाती है। जिसकी वजह से शरीर को कम खाने की जरूरत होती है। इससे बॉडी का मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है। वहीं मेटाबॉलिज्म कम होने या रुकने की वजह से कम होना भी रूक जाता है।

डाइट से थोड़ा ब्रेक लें

वजन कम होना रुकने का यह मतलब है कि आपके शरीर को आराम की जरूरत है। क्योंकि ऐसे में आपके शरीर में मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है। मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए लाइफस्टाइल चेंज करने की जरूरत होती है। इसलिए 1-2 सप्ताह वेट लॉस की जर्नी पर काम न करें। अपने शरीर को रेस्ट दें और लाइफस्टाइल को नॉर्मल रखें। इसके बाद फिर 200-300 कैलोरी घटाने से शुरूआत करें।

चेंज करें वर्कआउट रूटीन

वेट लॉस जर्नी को दोबारा ठीक करने के लिए आपको अपने मेटाबॉलिज्म पर काम करना शुरू करें। इसकी वजह आपका वर्कआउट रूटीन भी हो सकता है। इसलिए वर्कआउट रूटीन को बदलने पर काम करें। अगर आप वेट लॉस के लिए कार्डियो करते हैं, तो इसकी जगह पर लाइट एक्सरसाइज और योग करने की आदत बनाएं। कुछ ही दिनों में आपको अपने वेट में असर नजर आने लगेगा।

मेडिटेशन करें

भले ही आपको यह जानकर हैरानी होगी, लेकिन मेडिटेशन करने से भी आपका मेटाबॉलिज्म ठीक हो सकता है। मेडिटेशन करने से आपका स्ट्रेस लेवल कम होगा और इससे आपके शरीर और दिमाग दोनों ही रिलैक्स होंगे। इसलिए डेली मेडिटेशन की आदत जरूर डालें। इससे बॉडी के हार्मोन्स भी बैलेंस रहेंगे और वेट लॉस करना भी आसान होगा।

मनपसंद चीजों पर करें काम

कई बार बिजी लाइफस्टाइल की वजह से हमें खुद पर काम करने का मौका नहीं मिल पाता है। ऐसे में कई एक साथ कई चीजों में फंस जाते हैं। जिसकी वजह से हार्मोन्स भी असंतुलित हो जाते हैं। इससे वेट लॉस करना भी मुश्किल होता है। इसलिए अपनी मनपसंद चीजों पर काम करना चाहिए, जिससे आपको खुशी मिले।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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