CPAP Therapy: नींद न आने की समस्या से रहते हैं परेशान तो सीपीएपी थेरेपी है फायदेमंद, जानिए फायदे और नुकसान

CPAP Therapy
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सीपीएपी थेरेपी के दौरान एक ऐसी मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, जो नींद के दौरान वायुमार्ग को खुला रखने के लिए हवा की एक स्थिर धारा प्रदान करती है। इस थेरेपी की सहायता से श्वांस संबंधी समस्या दूर होती है।

सीपीएपी थेरेपी, जिसको स्लीप एपनिया और अन्य श्वास संबंधी समस्याओं के इलाज में बेहद फायदेमंद माना जाता है। इस थेरेपी की मदद से नींद से जुड़ी समस्याएं दूर होने के साथ नींद को बेहतर बनाने में बहुत कारगर होती है। लेकिन यह थेरेपी डॉक्टर के कहने पर ही ली जाती है। इस थेरेपी की मदद से बेहतर नींद आती है और व्यक्ति को खर्राटों की समस्या से भी राहत मिलती है।

सीपीएपी थेरेपी के दौरान एक ऐसी मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, जो नींद के दौरान वायुमार्ग को खुला रखने के लिए हवा की एक स्थिर धारा प्रदान करती है। इस थेरेपी की सहायता से वायुमार्ग को खुला रखा जाता है और इससे श्वांस संबंधी समस्या दूर होती है और अच्छी नींद मिलने में मदद मिलती है। इस थेरेपी के दौरान मुंह और नाक पर मास्क लगाया जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि सीपीएपी थेरेपी के फायदे और यह कैसे कार्य करती है।

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जानिए फायदे

इस थेरेपी को लेने के बहुत फायदे होते हैं। स्लीप एपनिया और अन्य नींद से संबंधित समस्याओं में सीपीएपी थेरेपी लेने से फायदा मिलता है। इसकी वजह से रोगियों के जीवन में और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।

सीपीएपी थेरेपी के उपयोग से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। अगर आपको रात में सही से नींद नहीं आती है, तो आप डॉक्टर की सलाह पर इस थेरेपी को ले सकते हैं।

सीपीएपी थेरेपी स्लीप एपनिया के रोगियों के लिए भी काफी असरदार साबित होती है। 

इस थेरेपी को लेने से दिन की नींद और थकान से जुड़ी समस्या दूर होती है। अगर नींद की कमी होने से आपको थकान बनी रहती है, तो आपको यह थेरेपी लेने से लाभ मिलेगा।

इस थेरेपी की मदद से स्लीप एपनिया का इलाज होता है। जिससे हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का जोखिम भी कम होता है।

सीपीएपी थेरेपी की मदद से डायबिटीज रोगियों को भी लाभ मिल सकता है।

इस थेरेपी से सीओपीडी के रोगियों में सांस लेने में सुधार कर सकती है।

कैसे काम करती है ये थेरेपी

इस थेरेपी के लिए एक मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। इस मशीन में मुख्य 3 घटक होते हैं। इसमें मोटर, मास्क और नली शामिल होती है।

इस थेरेपी के दौरान मशीन में मोटर दबाव पर हवा का लगातार प्रवाह उत्पन्न करती है।

इस दौरान रोगी को नाक और मुंह पर मास्क पहनाया जाता है और वायुमार्ग को खुला रखने के लिए मास्क हवा देता है।

नली के माध्यम से ही हवा पहुंचाई जाती है।

रोगी की स्थिति के अनुसार सीपीएपी थेरेपी मशीरन की सेटिंग की जाती है। हवा का प्रवाह कितना चाहिए यह स्लीप एपनिया की गंभीरता या अन्य कारकों पर निर्धारित होता है।

नुकसान

सीपीएजी थेरेपी कई रोगों से छुटकारा दिलाती है। लेकिन इसके भी अपने कुछ नुकसान होते हैं।

इस थेरेपी को लेने की वजह से लगातार वायुप्रवाह होता है और इसमें नाक बंद होने की समस्या हो सकती है।

सीपीएजी थेरेपी की वजह से नाक में जलन हो सकती है या फिर नाक बहने की समस्या होने लगती है।

इस थेरेपी के कारण ड्राई माउथ की समस्या हो सकती है।

सीपीएजी थेरेपी के दौरान यदि मास्क ठीक न पहना हो, तो सांस लेने में समस्या हो सकती है।

सीपीएजी थेरेपी में हवा निगलने के कारण गैस की समस्या हो सकती है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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