मैंगनीज से होते हैं बेहद फायदें, जानिए शरीर के लिए क्यों है महत्वपूर्ण
आपको शायद पता न हो लेकिन मैंगनीज थॉयराइड विकार को भी दूर करने में सहायक है। दरअसल, मैंगनीज थॉयरॉक्सिन जैसे एंजाइम के लिए एक आवश्यक सहकारक है। यह थॉयराइड ग्रंथि में एक महत्वपूर्ण हार्मोन है, इसलिए अगर आप चाहते हैं कि थॉयराइड ग्रंथि ठीक प्रकार से काम करे तो उसके लिए मैंगनीज के सेवन पर भी ध्यान दें।
मैंगनीज एक ऐसा खनिज है, जिसकी व्यक्ति के शरीर को कम मात्रा में आवश्यकता होती है, लेकिन फिर भी इसकी उपयोगिता को नकारा नहीं जा सकता। मनुष्य के शरीर में अधिकतम 20 मिलीग्राम मैंगनीज होता है, जो शरीर के विभिन्न भागों जैसे लिवर, किडनी व हडि्डयों में पाया जाता है। यह शरीर की कार्यप्रणाली के सुचारू रूप से काम करने के लिए बेहद जरूरी है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में−
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बनाए मजबूत हडि्डयां
मैंगनीज मनुष्य के बोन स्टक्चर के सामान्य विकास के लिए बेहद आवश्यक है। यह रीढ़ की हड्डी के खनिज घनत्व को बढ़ावा देने में मदद करता है। खासतौर से, महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद मैंगनीज की कमी कई बार मामूली फ्रैक्चर का कारण बन जाती है। वहीं कुछ रिसर्च बताते हैं कि मैंगनीज ऑस्टियोपोरोसिस व अन्य कई बीमारियों को रोकने में मददगार है।
नियंत्रित करे शुगर लेवल
मैंगनीज व्यक्ति के शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकता है और इससे मधुमेह को रोकने में मदद मिलती है। दरअसल, मैंगनीज रक्त में इंसुलिन के संश्लेषण और स्राव को सामान्य कर सकता है, जिसके कारण रक्त में शर्करा का स्तर नहीं बढ़ता।
मिर्गी का इलाज
अगर किसी को मिर्गी की परेशानी है तो मैंगनीज की कमी से उसे मिर्गी का दौरा बार−बार पड़ सकता है। मैंगनीज की कमी मिर्गी के लिए एक टिगर की तरह काम करती है। इसलिए अगर मैंगनीज की आपूर्ति पर ध्यान दिया जाए तो इन दौरों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
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सूजन व मोच का इलाज
शरीर में मोच आ जाना एक सामान्य बात है, लेकिन मैंगनीज इसके उपचार में सक्रिय भूमिका निभाता है। दरअसल, मैंगनीज सुपरऑक्साइड डिसम्यूटेज स्तर को बढ़ाकर मोच का उपचार करने में सहायक होता है।
थॉयराइड में जरूरी
आपको शायद पता न हो लेकिन मैंगनीज थॉयराइड विकार को भी दूर करने में सहायक है। दरअसल, मैंगनीज थॉयरॉक्सिन जैसे एंजाइम के लिए एक आवश्यक सहकारक है। यह थॉयराइड ग्रंथि में एक महत्वपूर्ण हार्मोन है, इसलिए अगर आप चाहते हैं कि थॉयराइड ग्रंथि ठीक प्रकार से काम करे तो उसके लिए मैंगनीज के सेवन पर भी ध्यान दें।
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कम करे पीएमएस सिंड्रोम
कई महिलाओं में पीएमएस सिंड्रोम अर्थात प्रीमेन्स्ट्रुअल सिंड्रोम की समस्या देखने को मिलती है। जिसके कारण उन्हें सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसी समस्याएं होती है, लेकिन मैंगनीज महिलाओं में मूड स्विंग्स को नियंत्रित करके इन सभी समस्याओं को कम करता है। इसलिए जो महिलाए पीएमएस के गंभीर लक्षणों से पीडि़त हैं, उन्हें मैंगनीज की खुराक का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
मिताली जैन
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