चेहरे पर गहरे भूरे धब्बे हो सकते हैं इस बीमारी का लक्षण, जानें इसका कारण और इलाज
मेलाज्मा चेहरे पर होने वाली एक बेहद सामान्य समस्या है। इस बीमारी में चेहरे पर हल्के भूरे रंग के पैच बन जाते हैं। मेलाज्मा होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे बिना सनस्क्रीन के धूप में बाहर जाना या ज्यादा तापमान में रहना।
हमारे शरीर के लिए सूरज की धूप बहुत फायदेमंद है। इससे शरीर को विटामिन डी आसानी से मिल जाता है। लेकिन धूप में ज्यादा समय तक रहने के फायदे और नुकसान दोनों हैं। जब हम बिना सनस्क्रीन लगाए धूप में जाते हैं तो हमारी त्वचा धूप से झुलस जाती है। इसके परिणामस्वरूप हमारा मस्तिष्क मेलेनिन ग्रंथियों को मेलेनिन का उत्पादन करने के लिए निर्देश देता है। मेलेनिन एक प्रकार का हार्मोन होता है जिससे हमारी त्वचा के रंग का पता लगता है। जब यह किसी कारण असामान्य रूप से उत्पन्न होता है तो इसके कारण चेहरे पर गहरे भूरे रंग के धब्बे बन जाते हैं। इस समस्या को मेलाज्मा कहते हैं।
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मेलाज्मा चेहरे पर होने वाली एक बेहद सामान्य समस्या है। इस बीमारी में चेहरे पर हल्के भूरे रंग के पैच बन जाते हैं। मेलाज्मा होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे -
बिना सनस्क्रीन के धूप में बाहर जाना या ज्यादा तापमान में रहना
दवाइयों के कारण
अनुवांशिक
हार्मोनल परिवर्तन
गर्भावस्था के दौरान
गर्भनिरोधक गोली के कारण
मेलाज्मा के लक्षण
चेहरे पर गहरे और भूरे रंग के दाग धब्बे होना
चेहरे पर गहरी परत बनना
गालों पर धब्बे बनना
जबड़े के आसपास धब्बे पड़ना
गले पर गहरी लाल रेखा बनना
थोड़ी और चीकबोन्स पर धब्बे दिखाई देना
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मेलाज्मा का इलाज
हल्दी से आप मेलाज्मा की समस्या को दूर कर सकते हैं। इसके लिए हल्दी में दूध मिलाकर चेहरे पर 20 मिनट तक लगाएं। इसके बाद ताजे पानी से चेहरा धो लें।
धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें।
अधिक मिर्च मसाले नमकीन और बैंगन खाने से परहेज करें।
जंक और ऑइली फूड का सेवन करने से बचें।
अधिक चीनी या खमीर वाली चीजों को खाने से बचें।
भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करें।
धूप में बाहर निकलने से पहले spf30 युक्त सनस्क्रीन लगाएं। त्वचा को सूरज की तेज किरणों से बचा कर रखें।
अपनी डाइट में विटामिन सी और विटामिन ई को शामिल करें।
यदि ऊपर दिए गए उपचार की मदद से भी कोई फर्क महसूस ना हो हो रहा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- प्रिया मिश्रा
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