सच्ची कहानी पर आधारित ''शब'' को नहीं मिले दर्शक
यह फिल्म एक तरह से बड़े पर्दे पर रवीना टंडन की कमबैक भी कही जा सकती है लेकिन आम मनोरंजक और पारिवारिक फिल्म नहीं होने के चलते इसको बॉक्स आफिस पर बहुत खराब रिस्पांस मिला है।
अलग तरह की फिल्में बनाने के जुनूनी निर्देशक ओनिर की इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'शब' एक सच्ची कहानी पर आधारित है। रिऐलिटी के करीब फिल्में बनाने वाले ओनिर इससे पहले 'माय ब्रदर निखिल' बना चुके हैं। ओनिर ने इस फिल्म की कहानी अभिनेत्री रवीना टंडन को सत्रह साल पहले सुनाई थी और उन्होंने फिल्म में काम करने के लिए हामी भी भर दी थी लेकिन उसके बाद उनकी शादी हो गयी और वह अन्य कामों में व्यस्त हो गयीं। लेकिन ओनिर ने जब फिल्म बनाई तो उसमें रवीना को ही लिया। यह फिल्म एक तरह से बड़े पर्दे पर रवीना टंडन की कमबैक भी कही जा सकती है लेकिन आम मनोरंजक और पारिवारिक फिल्म नहीं होने के चलते इसको बॉक्स आफिस पर बहुत खराब रिस्पांस मिला है।
फिल्म की कहानी मोहन (आशीष बिष्ट) और सोनल (रवीना टंडन) के आसपास घूमती है। मोहन काफी हैंडसम है और मॉडल बनना चाहता है। वह बहुत सारे सपने लिए दिल्ली आता है और एक टैलेंट हंट के दौरान काफी मेहनत के बाद फेल हो जाता है। लेकिन टैलेंट हंट की जज और एक बड़े आदमी की पत्नी सोनल का दिल उस पर आ जाता है। वह मोहन को पाना चाहती है और उसे अलग से बुलाती है। वह मोहन को मॉर्डन सोसायटी के साथ जोड़ने का लालच देती है और उसको अपना ट्रेनर बना लेती है। लेकिन मोहन का असली काम सोनल की यौन इच्छाओं को पूरा करना होता है। इस कहानी के अलावा फिल्म में दो और कहानियां भी साथ-साथ चलती हैं जिनमें एक रेस्टारेन्ट मालिक जोकि गे है उसकी दुनिया की भी झलक दिखायी गयी है।
अभिनय के मामले में रवीना टंडन प्रभावी रहीं लेकिन बढ़ती उम्र का असर अब उनके चेहरे पर साफ दिखता है। मोहन आशीष बिष्ट का काम अच्छा रहा। अर्पिता चटर्जी, गौरव नंदा और राज सूरी ने भी अपने काम से प्रभावित किया। फिल्म का गीत-संगीत निष्प्रभावी है और फिल्म में गतिरोध की तरह बार-बार गाने सामने आते हैं। निर्देशक ओनिर की इस फिल्म को तभी देखने जाएं जब कुछ अलग हटकर देखने के शौकीन हैं।
कलाकार- रवीना टंडन, आशीष बिष्ट, अर्पिता चटर्जी, गौरव नंदा, राज सूरी और निर्देशक ओनिर।
प्रीटी
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