Vishwakhabram: Biden-Trump Debate में कौन भारी पड़ा? नेताओं की बहस ने US President Election के परिणाम को लेकर क्या संकेत दिया?

Biden Trump
ANI

जहां तक बहस के दौरान उठे मुद्दों की बात है तो आपको बता दें कि राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के बीच राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रक्रिया की पहली बहस के दौरान अर्थव्यवस्था, सीमा, विदेश नीति, गर्भपात और राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति पर बहस हुई।

इस साल होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले दोनों प्रमुख दलों के संभावित उम्मीदवारों के बीच हुई बहस पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई थीं। माना जा रहा था कि दोनों नेता कोई ऐसा विजन सामने रखेंगे जोकि अमेरिका का और दुनिया का भला करेगा। लेकिन जिस तरह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बहस के दौरान एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते रहे उससे लोगों को निराशा हुई है। इस बहस के बारे में जो सर्वे सामने आये हैं वह भी इन दोनों नेताओं से कोई ज्यादा उम्मीद नहीं दर्शा रहे हैं हालांकि इस तरह की बात भी सामने आई है कि बाइडन पर ट्रंप भारी पड़े हैं।

जहां तक बहस के दौरान उठे मुद्दों की बात है तो आपको बता दें कि राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के बीच राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रक्रिया की पहली बहस के दौरान अर्थव्यवस्था, सीमा, विदेश नीति, गर्भपात और राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति पर बहस हुई। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे को झूठा और अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति करार दिया। गुरुवार रात को बाइडन और ट्रंप के बीच लगभग 90 मिनट हुई बहस के दौरान दोनों ने एक-दूसरे पर निजी हमले किये।

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बाइडन ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को ‘‘मूर्ख और हारा हुआ व्यक्ति’’ करार दिया। डेमोक्रेटिक पार्टी के संभावित उम्मीदवार बाइडन ने ट्रंप का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं हाल में ‘डी-डे’ के लिए फ्रांस में था और मैंने उन सभी नायकों के बारे में बात की जिन्होंने जान न्यौछावर की। मैं द्वितीय विश्व युद्ध और प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए नायकों के कब्रिस्तान में गया, जहां उन्होंने (ट्रंप) जाने से इनकार कर दिया था।’’ हम आपको याद दिला दें कि तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप ने 2018 के दौरे के दौरान इस कब्रिस्तान का दौरा करने से इंकार कर दिया था। उम्र के मामले में 81 वर्षीय बाइडन ने याद दिलाया कि 78 वर्षीय ट्रंप उनसे केवल तीन साल छोटे हैं। दोनों नेताओं के बीच विभिन्न मुद्दों पर बहस के दौरान बाइडन ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि उन्हें नहीं पता कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। बाइडन ने कहा, ‘‘उन्हें (ट्रंप) बिल्कुल भी पता नहीं है कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। मैंने इतनी मूर्खता कभी नहीं सुनी।'' उन्होंने कहा कि यह वह व्यक्ति हैं जो नाटो से बाहर निकलना चाहते हैं।

जहां तक ट्रंप के भाषण की बात है तो उन्होंने भी बाइडन पर जोरदार पलटवार किया। न्यूयॉर्क में एक पोर्न स्टार को गुप्त रूप से धन देने के मामले में ट्रंप को दोषी ठहराए जाने का हवाला देते हुए बाइडन ने उन्हें ‘‘अपराधी’’ कहा था, जिस पर पलटवार करते हुए ट्रंप ने बाइडन को ‘‘अपराधी’’ कहा। ट्रंप ने बाइडन के बेटे हंटर बाइडन को बंदूक खरीद से जुड़े एक मामले में दोषी ठहराए जाने का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘‘जब वह एक दोषी अपराधी के बारे में बात करते हैं, तो उनका बेटा (हंटर बाइडन) एक बहुत ही उच्च स्तर का अपराधी है।’’ ट्रंप ने राष्ट्रपति बाइडन की आव्रजन नीतियों की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि इससे देश असुरक्षित हो गया है।

बहस के दौरान एक खास बात यह भी रही कि कैपिटल पर 6 जनवरी, 2021 को हुए हमले के बारे में पूछे जाने पर, ट्रंप ने किसी भी जिम्मेदारी को स्वीकार करने से इंकार कर दिया और दावा किया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से कई निर्दोष थे। दूसरी ओर, बाइडन ने गर्भपात के राष्ट्रव्यापी अधिकार को खत्म करने के लिए ट्रंप को दोषी ठहराया और ट्रंप ने बाइडन पर प्रवासी अपराधियों को दक्षिणी अमेरिकी सीमा पर घुसपैठ करने में सक्षम बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने अर्थव्यवस्था को संभालने को लेकर भी एक दूसरे पर आरोप लगाये।

हम आपको यह भी बता दें कि बहस की शुरुआत में कई मौकों पर राष्ट्रपति जो बाइडन अपने शब्दों को लेकर लड़खड़ा गए और कुछ जवाबों में पिछड़ गए थे। व्यापक रूप से यह आकलन किया गया कि डेमोक्रेट मुकाबला हार गया है। बहस के बाद सीएनएन के तत्काल सर्वेक्षण में पाया गया कि 33% लोगों ने सोचा कि बाइडन जीत गए और 67% ने डोनाल्ड ट्रंप को चुना। इस तरह की रिपोर्टें हैं कि बाइडन के प्रदर्शन ने उनकी पार्टी को परेशान कर दिया है। अमेरिकी मतदाता भी सोच रहे हैं कि अगर 81 वर्षीय व्यक्ति को चार साल का एक और कार्यकाल मिला तो वह कैसे देश की सेवा कर पाएंगे। कुछ राजनीतिक विश्लेषक यह अनुमान भी जता रहे हैं कि अगस्त में होने वाले पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन से पहले बाइडन को किसी अन्य उम्मीदवार के पक्ष में पद छोड़ने के लिए कहा जाएगा। विश्लेषकों का हालांकि यह भी कहना है कि बहस के अंतिम हिस्से में बाइडन मजबूत नजर आये। वैसे बहस के दौरान कुल मिलाकर डोनाल्ड ट्रंप को मजबूत स्थिति में पाया गया।

बहरहाल, अब सबकी नजरें 11 जुलाई को आपराधिक मामले में डोनाल्ड ट्रंप को सुनाई जाने वाली सजा और 15 से 18 जुलाई तक होने वाले रिपब्लिकन सम्मेलन पर लग गयी हैं। डेमोक्रेट 19 से 22 अगस्त को शिकागो में अपना सम्मेलन आयोजित करेंगे। देखना होगा कि दोनों पार्टियां अपने अपने उम्मीदवार को लेकर क्या अंतिम फैसला करती हैं। माना जा रहा है कि दोनों प्रमुख दलों के उम्मीदवारों के बीच 10 सितंबर को फिर से बहस होने वाली है।

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