क्रिकेटर मोईन अली को लेकर तस्लीमा नसरीन का विवादास्पद ट्वीट, जोफ्रा आर्चर ने किया पलटवार
मोइन अली को लेकर यह पहला विवाद नहीं है। इससे पहले मोईन अली जब भारत के खिलाफ 2014 में साउथैम्टन टेस्ट खेल रहे थे तो उन्होंने 'आजाद फिलीस्तीन' का स्लोगन लिखा हुआ रिस्टबैंड पहना था। इससे कई लोग नाराज हो गए थे। मोईन अली का जन्म 1987 में बर्मिंगम में हुआ।
बांग्लादेश में जन्मीं लेखिका तस्लीमा नसरीन अक्सर विवादों में ही रहती हैं। एक बार फिर से वह विवादों में हैं और इस बार इसका कारण बना उनका नया ट्वीट। दरअसल, तस्लीमा नसरीन ने इंग्लैंड के क्रिकेटर मोइन अली को लेकर विवादित ट्वीट किया है। तस्लीमा नसरीन ने अपनी ट्वीट में कहा कि अगर मोईन अली क्रिकेटर नहीं होते तो शायद सीरिया जाकर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का हिस्सा बन चुके होते। तस्लीमा नसरीन के इस ट्वीट के बाद विवाद तो होना ही था। तस्लीमा नसरीन के इस ट्वीट को लेकर लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाड़ी भी तस्लीमा नसरीन के इस बात पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और उनकी आलोचना कर रहे हैं।
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आपको बता दें कि मोईन अली इंग्लैंड क्रिकेट टीम के अहम हिस्सा हैं। वह कई सालों से इंग्लैंड क्रिकेट टीम के साथ जुड़े हुए हैं। अभी हाल में ही उन्होंने भारत का भी दौरा किया था जहां उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था। तस्लीमा नसरीन के इस ट्वीट के बाद इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर मोइन अली के समर्थन में आ गए। जोफ्रा आर्चर ने तस्लीमा नसरीन के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि क्या तुम ठीक हो? मुझे नहीं लगता कि तुम ठीक हो ! इसके बाद उन्होंने लिखा व्यंगात्मक ! कोई भी नहीं हंस रहा है, तुम भी नहीं। तुम्हें कम से कम यह ट्वीट तो हटा देना चाहिए था।
आपको बता दें कि इस वक्त मोईन अली आईपीएल खेलने के लिए भारत में है। वह चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से आईपीएल में नजर भी आएंगे। लेकिन तस्लीमा नसरीन ने उनको लेकर ऐसा ट्वीट क्यों किया यह अभी रहस्य बना हुआ है। हालांकि माना जा रहा है कि मोईन अली ने अपने फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग से अनुरोध किया था कि वह उनकी जर्सी पर लगा अल्कोहल कंपनी का लोगो हटा दें। यह भी खबर आ रही थी कि टीम प्रबंधन ने मोइन अली के इस अनुरोध को स्वीकार भी कर लिया है। हालांकि टीम प्रबंधन की ओर से बाद में साफ किया गया कि ऐसा अनुरोध उन्होंने नहीं किया है। माना जा रहा है कि तस्लीमा ने मोइन अली को इसी संदर्भ में जोड़कर ट्वीट किया होगा। तस्लीमा नसरीन ने यह ट्वीट हटा दिया है।Haters know very well that my Moeen Ali tweet was sarcastic. But they made that an issue to humiliate me because I try to secularize Muslim society & I oppose Islamic fanaticism. One of the greatest tragedies of humankind is pro-women leftists support anti-women Islamists.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) April 6, 2021
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मोइन अली को लेकर यह पहला विवाद नहीं है। इससे पहले मोईन अली जब भारत के खिलाफ 2014 में साउथैम्टन टेस्ट खेल रहे थे तो उन्होंने 'आजाद फिलीस्तीन' का स्लोगन लिखा हुआ रिस्टबैंड पहना था। इससे कई लोग नाराज हो गए थे। मोईन अली का जन्म 1987 में बर्मिंगम में हुआ। एक बार एक इंटरव्यू में मोईन अली ने कहा था कि मैं मुसलमान हूं और मैं ब्रिटिश भी हूं। मुझे दोनों पर गर्व है और मैं यह कहना चाहता हूं कि एशियाई बच्चे मुझे देखें और एहसास करें कि वह क्रिकेट में अपना करियर बना सकते हैं। ऐसा नहीं है कि यह विवाद से मोइन अली को लेकर ही हुआ है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर हाशिम अमला पर डीन जोंस ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। कमेंट्री के दौरान डीन जोंस ने हाशिम अमला को आतंकवादी कह दिया था।
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